
लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूरोपीय संघ से अलग होने के समझौते पर शुक्रवार को हस्ताक्षर कर दिया और इसके साथ ही उन्होंने देश में एक नये अध्याय की शुरुआत कर दी है। इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ ही ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ की दशकों पुरानी अपनी सदस्यता को समाप्त कर दिया है और कई वर्षों की देरी तथा घरेलू कटुता के बाद अपने करीबी पड़ोसियों तथा व्यापारिक साझेदारों का साथ छोड़ दिया है।
जॉनसन ने एक बयान में कहा, ‘‘अलग होने के समझौते पर हस्ताक्षर करना बहुत शानदार क्षण है जिससे आखिरकार 2016 के जनमत संग्रह का नतीजा सिद्ध हुआ और कई वर्षों की बहस तथा बंटवारे का अंत हुआ।’’ उन्होंने इस अवसर की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह दस्तखत हमारे देश के इतिहास में एक नया अध्याय है।’’
महारानी एलिजाबेथ ने दी औपचारिक मंजूरी
इससे पहले शुक्रवार सुबह बंद कमरे में हुए समारोह में यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वोन देर लियेन और चार्ल्स मिशेल ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। अगले सप्ताह बुधवार को इस समझौते की प्रति सत्यापन के लिए यूरोपीय संसद में भेजी जाएगी और बृहस्पतिवार को यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के राजनयिक लिखित में समझौते को मंजूरी देंगे।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने बृहस्पतिवार को समझौते को अपनी औपचारिक मंजूरी दे दी थी और यूरोपीय संघ के आने वाले कुछ दिनों में अंतिम औपचारिकताओं को पूरा करने की संभावना है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
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