अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एक सिख फैमिली के किडनैप और हत्या का मामला सुर्खियों में है। आरोपी खुद को निर्दोष बता रहा है। इधर, मृतकों के बुजुर्ग परिजन अमेरिका छोड़कर भारत लौट आए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि 8 महीने की बच्ची सहित मालिक-मालिकन की किडनैप करके नौकर ने बेरहमी से मार डाला?
सैन फ्रांसिस्को(San Francisco). किसी विवाद के चलते अपने मालिक की फैमिली की कथित तौर पर हत्या करने के आरोपी ने खुद को निर्दोष बताते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की है। भारतीय मूल के सिख परिवार की हत्या का मामला गर्माया हुआ है। अक्टूबर की शुरुआत में 8 महीने की बच्ची और उसके परिवार के अपहरण और फिर हत्या के आरोपी ने गुरुवार को खुद को कोर्ट में निर्दोष बताया है। जीसस सालगाडो(Jesus Salgado) ने कथित तौर पर 8 महीने की आरोही, उसके माता-पिता और चाचा को 3 अक्टूबर को उनके ट्रकिंग व्यवसाय(ट्रांसपोर्ट) से बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया था। इस बीच, शोक संतप्त रिश्तेदारों ने कैलिफोर्निया में इस परिवार का सपोर्ट करने 3,00,000 अमरीकी डालर से अधिक की राशि जुटाई है, हालांकि उनके बुजुर्ग माता-पिता अब भारत में वापस आ गए हैं। एक GoFundMe फंडरेजर परिवार के लिए पैसा एकत्र कर रहा है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
विवाद के बाद मालिक के परिवार को मार डाला
अधिकारियों के अनुसार, लंबे समय से चले आ रहे विवाद के चलते उनके एक पूर्व कर्मचारी सालगाडो ने सिख फैमिली के चार जनों 8 महीने की आरोही ढेरी, उसकी मां जसलीन कौर (27), पिता जसदीप सिंह (36) और चाचा अमनदीप सिंह (39) का उनकी ट्रकिंग कंपनी के एक पूर्व असंतुष्ट कर्मचारी जीसस सालगाडो ने अपहरण कर हत्या कर दी थी।
परिवार के अपहरण के एक घंटे के भीतर उन्हें मार डाला गया था। कैलिफोर्निया के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय मूल के सिख परिवार के अपहरण और हत्या में शामिल आरोपी पर फर्स्ट-डिग्री हत्या के 4 आरोप लगाए गए हैं, जिसमें चारों ने अपने जीवन खो दिया। 48 वर्षीय आरोपी की गुरुवार(अमेरिकी समायनुसार 13अक्टूबर) एक गैर दोषी याचिका(not-guilty plea) पर सुनवाई शुरू हुई। आरोपी अगले महीने अदालत में पेश किया जाएगा, तब तक उसे जमानत नहीं मिलेगी। यानी जेल में ही रहेगा। सालगाडो के कोर्ट द्वारा नियुक्त वकील डगलस फोस्टर ने फिलहाल, इस पर कोई बयान नहीं दिया है।
पीड़ितों के शव अपहरण के दो दिन बाद सुदूर इलाके में मिले थे। कैलिफोर्निया के कृषि गढ़ सैन जोकिन घाटी में बादाम के बाग में एक खेत मजदूर को ये शव दिखाई दिए थे। सालगाडो पर गैरकानूनी ढंग से आगजनी करने और बंदूक रखने का भी आरोप है। अगर वो दोषी ठहराया जाता है, तो वह बिना पैरोल ताउम्र जेल में रहेगा।
परिवार के लापता होने की जांच 3 अक्टूबर को शुरू हुई जब पुलिस ने विंटन शहर में अमनदीप के ट्रक में आग लगा दी गई थी। जब परिवार के सदस्य अमनदीप या उसके भाई और भाभी या दंपति के बच्चे का पता नहीं लगा सके, तो उन्होंने परिवार के लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी।
आरोपी CCTV में बंदूक की नोक पर परिवार का अपहरण करके ट्रक में ले जाते हुए दिखा था। शेरिफ कार्यालय ने एक बयान में कहा कि सालगाडो, जिसे 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, ने पिछले मंगलवार को आत्महत्या का प्रयास किया था। उसे दो दिनों तक अस्पताल में रखा गया और फिर उन्हें जेल में डाल दिया गया। मर्सिड काउंटी शेरिफ वर्न वार्नके ने सालगाडो को मौत की सजा का सामना करने के लिए बुलाया है। हालांकि, जिला अटॉर्नी किम्बर्ली लुईस ने सोमवार को कहा कि वह उस फैसले को अगले साल के लिए टाल देंगी।
सालगाडो का छोटा भाई 41 वर्षीय अल्बर्टो सालगाडो आपराधिक साजिश, सहायक और सबूत नष्ट करने के संदेह में हिरासत में है। इस बीच, आरोही के रिश्तेदारों ने घोषणा की कि परिवार को शनिवार को टरलॉक(Turlock) में दफनाया जाएगा। अंतिम संस्कार में परिवार के अलावा दूसरा कोई शामिल नहीं हो सकेगा। वे शोकसभा स्थल तक आ सकते हैं।
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