King Charles III Coronation: वेस्टमिंस्टर एब्बे में चार्ल्स III को पहनाया गया किंग का ताज, बाइबल पर हाथ रख कर ली शपथ

सार

किंग चार्ल्स III ने शनिवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में पवित्र धार्मिक समारोह में यूनाइटेड किंगडम के किंग का ताज पहनाया गया। इस दौरान उन्होंने "न्याय और दया" के साथ यूनाइटेड किंगडम के लोगों पर शासन करने की शपथ ली।

लंदन: किंग चार्ल्स III ने शनिवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में पवित्र धार्मिक समारोह में यूनाइटेड किंगडम के राजा का ताज पहनाया गया। इस दौरान उन्होंने "न्याय और दया" के साथ यूनाइटेड किंगडम के लोगों पर शासन करने और एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने की शपथ ली, जहां सभी धर्मों के लोग स्वतंत्र रूप से रह सकें। इसके बाद उन्होंने बाइबिल को चूमा।इससे पहले किंग चार्लस और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला ने डायमंड जुबली स्टेट कोच में बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर एब्बे तक की 2.2 किमी की दूरी तय की।

इसके बाद किंग ने एब्बे के पश्चिम द्वार से प्रवेश किया।इस दौरान वह उनके अपनी पत्नी कैमिला के पीछे धीरे-धीरे चर्च की ओर आगे बढ़े। बता दें कि क्वीन कैमिला ने समारोह में गहरे लाल रंग की पोशाक पहनी थी।वेस्टमिंस्टर एब्बे पहुंचने पर लगभग 2,200 लोगों द्वारा उनका स्वागत किया गया। इनमें 100 से ज्यादा लोगों के राज्य और सरकार प्रमुख शामिल थे।

Latest Videos

 

 

राज्याभिषेक में शामिल होने वाले भारतीय

बता दें कि इस ऐतिहासिक अवसर पर उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस कार्यक्रम में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और पत्नी अक्षता मूर्ति भी शामिल हुईं। ऋषि सुनक ने राज्याभिषेक समारोह में बाइबिल रीडिंग की। ब्रिटिश पीएम और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने ध्वजवाहकों के जुलूस का नेतृत्व भी किया।

वेस्टमिंस्टर एब्बे का शाही इतिहास

1066 में विलियम द कॉन्करर के बाद से हर ब्रिटिश राज्याभिषेक वेस्टमिंस्टर एब्बे में ही हुआ है। किंग चार्ल्स III और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला ने भी "कॉल टू सर्व" थीम पर इस भव्य परंपरा का पालन किया।  सेवा कैंटरबरी के आर्कबिशप जस्टिन वेल्बी द्वारा राज्याभिषेक की परंपरा आयोजित की गई। इसमें बौद्ध, हिंदू, यहूदी, मुस्लिम और सिख धर्मगुरु भी शामिल रहे। इस पहले किंग चार्लस चार टन की बग्घी में सवार होकर वेस्टमिंस्टर एबे पहुंचेंगे।

बता दें कि मध्ययुगीन परंपरा की शुरुआत कैंटरबरी के आर्कबिशप ने चार्ल्स III को "किंग" के रूप में पेश करने के साथ की गई। एब्बे में दो घंटे तक चलने वाला समारोह चर्च की घंटियों की झंकार के साथ समाप्त हुआ और नए किंग और क्वीन एक ऐतिहासिक गोल्ड स्टेट कोच में बैठकर वापस चले गए।

यह भी पढ़ें- King Charles III Coronation: किंग चार्ल्स III की ताजपोशी, दुनियाभर के 2 हजार से अधिक मेहमान बने राज्याभिषेक में साक्षी

Share this article
click me!

Latest Videos

No Makeup-No Style फिर भी इतना क्यूट दिखती हैं Ananya Pandey #Shorts
Jaisalmer की दो पाकिस्तानी दुल्हनों को लौटना पड़ेगा Pakistan | Pahalgam Attack