कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) का गंभीर असर चीन में बच्चों के जन्म दर पर पड़ा है। इस महामारी के चलते साल 2020 में चीन में जन्म दर में 15 फीसदी की कमी आई है।
इंटरनेशनल डेस्क। कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) का गंभीर असर चीन में बच्चों के जन्म दर पर पड़ा है। इस महामारी के चलते साल 2020 में चीन में जन्म दर में 15 फीसदी की कमी आई है। यह जानकारी चीन के मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक सिक्युरिटी (Ministry of Public Security) ने दी है। बता दें कि चीन पहले से ही आबादी में कमी की समस्या से जूझ रहा है। लंबे समय तक 1 बच्चे की नीति लागू रहने की वजह से अब वहां कामकाजी आबादी में कमी आ गई है। इसका असर चीन के आर्थिक विकास पर पड़ सकता है।
कितने बच्चों का हुआ जन्म
मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक सिक्युरिटी (Ministry of Public Security) ने सोमवार को जानकारी दी कि साल 2020 में चीन में कुल 10.035 मिलियन बच्चों का जन्म हुआ। वहीं, 2019 में 11.79 मिलियन बच्चों का जन्म हुआ था। चीन में जन्म दर में इसे बड़ी गिरावट माना जा रहा है। इसके पीछे कोविड-19 महामारी को मुख्य वजह माना जा रहा है।
फैमिली बढ़ाने के इच्छुक नहीं हैं लोग
हाल के वर्षों में चीन में लोग बच्चों के जन्म को लेकर उत्सुक नहीं रह गए हैं। ज्यादातर कपल्स बच्चों के पालन-पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा और दूसरी समस्याओं को देखते हुए परिवार को बढ़ाना नहीं चाहते हैं। चीन में घरों की समस्या भी बढ़ती जा रही है। बता दें कि जन्म दर को बढ़ाने के लिए चीन ने दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति (one-child policy) को साल 2016 में ही छोड़ दिया था।
कोविड -19 महामारी से अर्थव्यवस्था हुई है प्रभावित
बता दें कि कोविड-19 महामारी से चीन की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है। इस वजह से भी दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन में जन्म दर कम हुई है। आर्थिक अनिश्चितता की हालत में लोग परिवार बढ़ाने से कतरा रहे हैं।
बढ़ रही है बुजुर्गों की संख्या
दूसरी तरफ, चीन में बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज चीन में हर पांचवां व्यक्ति 60 साल या इससे ज्यादा उम्र का है। 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या करीब 250 मिलियन है। इसका दबाव चीन की सरकार पर भी पड़ रहा है, क्योंकि वहां बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के साथ पेंशन भी मुहैया कराना पड़ता है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि चीन का नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (National Bureau of Statistics) फरवरी के अंत में आबादी संबंधी आंकड़े जारी करेगा।