भारत और चीन के बीच बढ़े सीमा तनाव के बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने बुधवार को पैंगॉन्ग सो लेक के उत्तर में फिंगर एरिया में अपने सैनिक बढ़ा दिए हैं। चीनी सेना अपने लोगों को ट्रांसपोर्टेशन के साधन जुटाने और नए निर्माण के लिए भी तैयार कर रही है।
नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच बढ़े सीमा तनाव के बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने बुधवार को पैंगॉन्ग सो लेक के उत्तर में फिंगर एरिया में अपने सैनिक बढ़ा दिए हैं। चीनी सेना अपने लोगों को ट्रांसपोर्टेशन के साधन जुटाने और नए निर्माण के लिए भी तैयार कर रही है।
3 महीने से फिंग एरिया में हैं चीनी सैनिक
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन के सैनिक 3 महीने से पिंग इलाके में जमे हुए हैं। उन्होंने विवादित इलाके से पीछे हटने की बजाय वहां बंकर बनाकर अपने बेस बढ़ाना शुरू कर दिया है।
चीन क्यों नहीं हट रहा पीछेचीन फिंगर एरिया से हटने के लिए तैयार नहीं है, इसके पीछे उसकी मंशा है कि वह फिंगर-5 के आस-पास 30 सैनिकों के जरिए निगरानी रखना चाहता है। लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि विवाद वाले सभी प्वॉइंट से चीन को पूरी तरह हटना पड़ेगा।
7 सितंबर की रात हुई थी फायरिंग?
7 सितंबर की रात दोनों देशों के बीच फायरिंग की खबर है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय इलाके को कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे थे। वे भारतीय सेना की लोकेशन के करीब पहुंच गए थे। जब भारतीय सेना ने उनसे पीछे हटने के लिए कहा, तो वे नहीं माने। इसके बाद भारतीय सेना को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
मई से चल रहा तनाव
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में मई से सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई बार हाथापाई भी हो चुकी है। 15 जून को भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। वहीं, 40 चीनी सैनिक भी मारे गए थे। हालांकि, चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की संख्या की जानकारी नहीं दी। यह 45 साल में पहला मौका था, जब भारत और चीन विवाद में किसी सैनिक की जान गई।