
Colombian President Gustavo Petro: कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो अमेरिकी प्रतिबंधों की मार झेलने के बाद अपनी ही सैलरी पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। ये बात खुद उनके वकील ने बताई है। बता दें कि पेट्रो, उनकी पत्नी, बेटे और उनके गृह मंत्री को हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी वित्त मंत्रालय की ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था। व्हाइट हाउस ने पेट्रो पर मादक पदार्थों की तस्करी से लड़ने में विफल रहने का आरोप लगाया है। बता दें कि पेट्रो के वेतन को सार्वजनिक नहीं किया जाता है।
प्रतिबंधों के चलते अमेरिका में गुस्तावो पेट्रो की कई प्रॉपर्टी जब्त हो गई। इतना ही नहीं उन्हें अमेरिका से जुड़ी कंपनियों के साथ व्यापार करने से भी रोक दिया गया है। पेट्रो के वकील डैनियल कोवालिक के मुताबिक, उनके क्रेडिट कार्ड जब्त कर बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। यहां तक कि अब तो सरकारी अधिकारियों के तौर पर उनके लिए वेतन पाना भी मुश्किल हो गया है।
गुस्तावो पेट्रो के वकील के मुताबिक, अमेरिका से जुड़ी एक कंपनी ने तो स्पेन में राष्ट्रपति के विमान में ईंधन भरने तक से मना कर दिया। कोवालिक ने सुझाव दिया कि बातचीत से स्थिति का समाधान हो सकता है। कई बार आप कोई मामला दर्ज कराते हैं, लेकिन बातचीत या कूटनीति के जरिए उसका समाधान हो जाता है। यह काम बिचौलियों के जरिए होगा और हम इस पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि पेट्रो के वकील कोवालिक अमेरिकी कोर्ट और वित्त विभाग में प्रतिबंधों को चुनौती देने की प्लानिंग कर रहे हैं। हालांकि, यह एक बहुत लंबी और जटिल प्रक्रिया हो सकती है। कोवालिक ने कहा पेट्रो पूरी तरह निर्दोष हैं और मुझे लगता है कि सच्चाई ही हमें न्याय दिलाएगी। "मैं पेट्रो को 20 सालों से जानता हूं, और मुझे बस इतना पता है कि उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में ड्रग कार्टेल से लड़ाई लड़ी है।"
कोवालिक का मानना है कि पेट्रो को अमेरिकी विदेश नीति का विरोध करने की सजा दी जा रही है। "मुझे लगता है कि ट्रम्प अमेरिकी विदेश नीति के उद्देश्यों के खिलाफ खड़े होने वाले हर शख्स पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं। यह सभी नेताओं के लिए एक संदेश है कि आप एकजुट हो जाइए या फिर सजा भुगतने के लिए तैयार रहिए। कोवालिक ने चेतावनी देते हुए कहा कि पेट्रो के साथ काम करने वाली किसी अन्य कंपनी या सरकार पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। वकील ने बताया कि पेट्रो से उनकी मुलाकात 2000 के दशक में हुई थी, जब कोलंबिया के संघर्ष का यह सबसे खूनी दौर था।
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