कोरोना वायरस का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 42 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में भी स्थिति काबू से बाहर होती जा रही है। यहां अब तक 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी से पिछले 24 घंटे में 381 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
लंदन. कोरोना वायरस का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 42 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में भी स्थिति काबू से बाहर होती जा रही है। यहां अब तक 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी से पिछले 24 घंटे में 381 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। ऐसे में ब्रिटेन सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। यहां भारत समेत अन्य विदेशी डॉक्टरों की वीजा अवधि को एक साल के लिए बड़ा दिया गया है।
ब्रिटेन में राष्ट्रीय स्वस्थ्य सेवा में बड़ी संख्या में भारतीय डॉक्टर और नर्स काम करते हैं। इसके अलावा यहां अन्य देशों के डॉक्टर और नर्स भी हैं। यहां वर्क वीजा पर काम कर रहे डॉक्टरों की वीजा अवधि एक साल के लिए बड़ा दी गई है।
2,800 प्रवासी डॉक्टरों, नर्सों की बढ़ाई गई वीजा अवधि
ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने मंगलवार को कहा कि करीब 2,800 प्रवासी डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल कर्मचारियों के वीजा की अवधि एक साल के लिए बढ़ेगी। इन लोगों के वीजा की अवधि एक अक्टूबर से पहले खत्म होने वाली थी। वहीं, इन लोगों के साथ इनके परिवार के सदस्यों का भी वीजा निशुक्ल ही बढ़ जाएगा।
जिंदगियां बचाने में अहम जिम्मेदारी निभा रहे डॉक्टर्स
प्रीति पटेल ने कहा, दुनियाभर से ब्रिटेन में काम कर रहे डॉक्टर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़कर जिंदगियां बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। हम नहीं चाहते कि उनकी वीजा प्रक्रिया के चलते उनका ध्यान भटके। इसलिए इन डॉक्टरों की वीजा अवधि को अपने आप ही एक साल के लिए बढ़ा दिया है।