
हरारे. जिम्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का निधन कैंसर के कारण हुआ था। सरकारी समाचार पत्र ने सोमवार को यह जानकारी दी। उनका छह सितंबर को सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हुआ था। वह 95 वर्ष के थे। वह 1980 में श्वेत अल्पसंख्यकों के शासन के समाप्त होने के बाद सत्ता में आए और 37 साल, सात महीने जिम्बाब्वे में सत्ता में रहे।
उन्हें सैन्य समर्थित तख्तापलट के तहत नवंबर 2017 में अपदस्थ कर दिया गया था जिससे उनके तानाशाही शासन का अंत हो गया। मुगाबे को अपदस्थ किए जाने के बाद से उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आई और वह इलाज के अक्सर सिंगापुर की यात्राएं करते थे।
मुगाबे को कैंसर था जो काफी बढ़ गया था और उनका कीमोथैरेपी उपचार बंद कर दिया गया था क्योंकि यह प्रभावी नहीं था। जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन नांगाग्वा ने शनिवार को न्यूयार्क में पार्टी समर्थकों से कहा, उनकी उम्र अधिक थी, कैंसर फैल गया था और उपचार से मदद नहीं हो रही थी जिसके कारण चिकित्सकों ने उपचार बंद कर दिया था।
मुगाबे के रिश्तेदार लियो मुगाबे ने कहा कि वह ‘‘इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं’’। इससे पहले रॉबर्ट मुगाबे के परिवार ने उनकी सिंगापुर की नियमित यात्राओं के बारे में कहा था कि वे मोतियाबिंद के उपचार के लिए वहां जाया करते थे। व्हिसलब्लोअर साइट विकीलीक्स ने 2011 में कहा था कि मुगाबे कैंसर से पीड़ित हैं।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
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