क्या भारत भी अमेरिका जितना अमीर बन पाएगा? दोनों की प्रति व्यक्ति आय में ये अंतर

Published : Aug 03, 2024, 09:31 AM IST
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सार

अमेरिका और भारत की प्रति व्यक्ति आय में भारी अंतर है। वर्ल्ड बैंक के अनुसार, भारत को अमेरिका की बराबरी करने में 75 साल लग सकते हैं, जबकि चीन को सिर्फ 10 साल।

वर्ल्ड न्यूज। अमेरिका विकसित देशों की सूची में शामिल है जबकि भारत की गिनती अभी भी विकासशील देशों में की जाती है। यही वजह है कि अभी भी दोनों देशों की प्रति व्यक्ति आय में काफी अंतर है। वर्ल्ड बैंक की माने तो भारत को अभी अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय के एक चौथाई तक पहुंचने में भी कम से कम 75 साल लग सकते हैं। ऐसे में भारत और अमेरिका की आर्थिक स्थिति के बारे में हम आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं। इस मामले में चीन अमेरिका के काफी करीब है। उसे सिर्फ 10 साल लगेंगे अमेरिका के प्रति व्यक्ति आय की बराबरी करने में। 

वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2024 में सामने आई सच्चाई
अमेरिका आर्थिक रूप से सबसे मजबूत राष्ट्र है। वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2024 में इस बात की पुष्टि हुई है। भारत समेत सौ से अधिक देश अभी उसके मुकाबले में पीछे हैं। भारत की प्रति व्यक्ति आय कुल जनसंख्या का 2.73% है। इस समय भारत की प्रति व्यक्ति आय 2200 डॉलर है जबकि अमेरिका की करीब 37 हजार डॉलर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय के एक चौथाई तक पहुंचने में भारत को 75 वर्ष का समय लग सकता है जबकि इंडोनेशिया को भी इस स्थिति में आने के लिए 70 वर्ष का समय लगेगा।  

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हर तीन में से दो लोग अत्यधिक गरीब
2023 के अंत में 108 देशों को मध्यम आय के रूप में बांटी गया था। इसमें सभी देशों की प्रति व्यक्ति सालाना ग्रॉस डेवलपमेंट प्रॉफिट 1,136 अमेरिकी डॉलर से 13,845 अमेरिकी डॉलर के बीच थी। खास बात ये है कि इन सभी देशों में कुल 6 अरब से अधिक लोग रहते हैं। यह विश्व की कुल आबादी का 75 फीसदी है। हर तीन में से दो लोगों को अत्यधिक गरीब व्यक्ति की श्रेणी में रखा जा सकता है।

विकास की राह में कई चुनौतियां
वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट में कहा गया है कि विकास की राह में आगे कई सारी चुनौतियां भी झेलनी पड़ सकती हैं। तमाम देशों में तेजी से बढ़ रही आबादी और कर्ज, ग्राउंड लेवल पॉलिटक्स, बिजनेस फ्रिक्शन और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना फाइनेंशयल डेवलपमेंट की समस्याएं संबंधी चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है।  

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