
Trump-Zelensky meeting: अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ऐतिहासिक मुलाकात के कुछ ही दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस (White House) में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की का स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच Russia-Ukraine War को समाप्त करने की राह तलाशने पर गहन बातचीत हुई। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि युद्ध विराम का रास्ता अगर निकलता है तो वह पुतिन के साथ बातचीत को तैयार हैं। जबकि प्रेसिडेंट ट्रंप ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन जिम्मेदार हैं।
फरवरी में इसी व्हाइट हाउस में हुई पिछली मुलाकात बेहद विवादित रही थी, जब डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ज़ेलेंस्की को lack of gratitude कहकर घेरा था। राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के बीच कहासुनी का वीडियो भी सामने आया था। उस समय Zelensky बिना Mineral Rights Deal साइन किए अचानक अमेरिका से लौट गए थे। उस बैठक ने दोनों देशों के रिश्तों पर तनाव की परत चढ़ा दी थी।
पांच महीने बाद एक बार फिर दोनों नेता उसी स्थान पर आमने-सामने हुए तो माहौल उम्मीद से बेहतर रहा। व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ेलेंस्की का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और कंधे पर हाथ रखकर एक दोस्ताना संदेश दिया।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, इस मुलाकात में रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) में सीजफायर और Mineral Rights Deal को लेकर चर्चा हुई। Alaska Summit के बाद से अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की निगाहें इस मुलाकात पर टिकी थीं क्योंकि यह संघर्ष के समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच शुक्रवार को अलास्का के एंकोरेज में बातचीत हुई थी। यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित यह शिखर सम्मेलन करीब तीन घंटे चली। ट्रंप पुतिन के साथ यूक्रेन जंग रोकने को लेकर कोई डील नहीं कर पाए। हालांकि, दोनों नेताओं ने कहा कि उनके बीच कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। इनपर आगे काम किया जाना बाकी है। पुतिन ने यूरोप को चेतावनी दी थी कि इस प्रगति को बाधित नहीं करे। पुतिन ने कहा कि आज जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि अगर वह उस समय राष्ट्रपति होते तो कोई युद्ध नहीं होता और मुझे पूरा यकीन है कि ऐसा वास्तव में होता। 2022 में पिछले प्रशासन के साथ आखिरी संपर्क के दौरान मैंने अपने पिछले अमेरिकी सहयोगी को यह समझाने की कोशिश की थी कि जब शत्रुता की बात आती है तो स्थिति को उस बिंदु तक नहीं ले जाना चाहिए जहां से वापसी संभव न हो। मैंने तब सीधे तौर पर कहा था कि यह एक बड़ी गलती है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।