करीब 22 मिलियन की आबादी वाला का देश श्रीलंका ऐतिहासिक आर्थिक संकट में फंसा हुआ है। आंदोलनकारियों के डर से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग चुके हैं। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो बड़े दिलचस्प हैं। देखिए एक ऐसा ही वीडियो...
वर्ल्ड न्यूज. करीब 4 महीने पहले यानी 31 मार्च 2022 को आर्थिक संकट गहराने पर श्रीलंका में प्रदर्शनों का दौर शुरू हुआ था। करीब 22 मिलियन की आबादी का देश श्रीलंका 1948 में अपनी आजादी के बाद ऐतिहासिक आर्थिक संकट(Economic Crisis in Sri Lanka) में फंसा हुआ है। लेकिन अब तक यहां बड़े पैमाने पर हिंसा नहीं हुई है। आंदोलनकारियों के डर से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे( Sri Lanka President Gotabaya Rajapaksa) देश छोड़कर भाग चुके हैं। आंदोलनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले लिया है। इस बीच ऐसे कई वीडिया सामने आ रहे हैं, जो दिखाते हैं कि श्रीलंकाई गोटबाया को भगाने के बाद से खुश हैं। हालांकि इस समय श्रीलंका में हालात खराब हैं।
इस वीडियो को twitter पर शेयर करते हुए यह कमेंट रिटायर्ड IAS सूर्यप्रताप सिंह(Surya Pratap Singh IAS) ने दिया है-बारी बारी से राष्ट्रपति की कुर्सी की अदला बदली करने क्रांतिकारी युवा।
बता दें कि श्रीलंका भयंकर विदेशी मुद्रा संकट(foreign currency crisis) के चलते अपना कर्ज नही चुका पा रहा है। अप्रैल में घोषणा की थी कि वह इस वर्ष के लिए 2026 तक लगभग 25 बिलियन अमरीकी डालर में से लगभग 7 बिलियन अमरीकी डालर के विदेशी कर्ज चुकाने में अक्षम है। श्रीलंका का कुल विदेशी ऋण 51 बिलियन अमरीकी डालर है।
जानिए श्रीलंका में पिछले 4 महीन में क्या-क्या हुआ?
31 मार्च 2022: आर्थिक संकट गहराने पर श्रीलंका में प्रदर्शन का दौर
1 अप्रैल: राष्ट्रपति गोठबाया राजपक्षे ने नेशनवाइड इमरजेंसी का ऐलान किया
3 अप्रैल: मंत्रिमंत्रडल भंग किया गया, लेकिन PM महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा देने से इनकार किया
9 अप्रैल: PM ऑफिस के बाहर जबर्दस्त प्रदर्शन
9 मई: हिंसा होने के बाद PM महिंदा राजपक्षे को इस्तीफा देना पड़ा
9 जुलाई: प्रदर्शनकारी ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा किया, PM रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफे का ऐलान किया
10 जुलाई: राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे राष्ट्रपति भवन छोड़कर भागे
11 जुलाई: संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने बताया कि देश में 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा। हालांकि तब तक दावा किया था कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश में ही मौजूद हैं
13 जुलाई: श्रीलंका से भागकर राजपक्षे मालदीव पहुंचे। गोटबाया सोवियत काल के एंटोनोव एएन-32 प्राइवेट प्लेन से अपनी पत्नी और दो बॉडीगार्ड को लेकर मालदीव पहुंचे थे।
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