पाकिस्तान इस समय भयानक आर्थिक मंदी के चलते महंगाई(Pakistna inflation) से जूझ रहा है। इस बीच पाकिस्तान के संघीय राजस्व बोर्ड(FBR) के पूर्व अध्यक्ष शब्बर जैदी के एक बयान ने इमरान खान का ब्लडप्रेशर और बढ़ा दिया है। जैदी ने कहा है कि पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है। इसे स्वीकार कर लेना चाहिए।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के संघीय राजस्व बोर्ड(federal board of revenue-FBR) के पूर्व अध्यक्ष शब्बर जैदी का एक सनसनीखेज बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है। जैदी ने कहा कि भ्रम में रहने से अच्छा है कि सच्चाई स्वीकार कर ली जाए। जैदी बुधवार को हमदर्द यूनिवर्सिटी में आयोजित एक संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार में हर कोई कह रहा है कि सबकुछ अच्छा है, लेकिन उनके विचार से पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है।
हालांकि बाद में tweet करके पलटे जैदी
जैदी ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया हो चुकी है। यह दावा करके कि सबकुछ बेहतर है, लोगों को धोखे में रखने के बजाय समाधान खोजा जाना चाहिए। हालांकि जब जैदी के बयान से विवाद खड़ा हुआ, तो उन्होंने tweet करके कहा कि उनके शब्दों को संदर्भ के साथ नहीं देखा गया। बता दें कि जैदी ने 10 मई, 2019 से 8 अप्रैल, 2020 तक पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार में एफबीआर चेयरमैन के रूप में कार्य किया था।
आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने पाकिस्तान की खामियां निकालीं
इधर, अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की कोशिशों को सराहा है, लेकिन खामियां भी निकाली हैं। आतंकवाद पर वार्षिक अमेरिकी रिपोर्ट(annual US report on terrorism) गुरुवार का जारी की गई। इसमें स्वीकार किया गया कि पाकिस्तान ने 2020 में आतंकवाद वित्तपोषक( terrorism financing) का मुकाबला करने और भारत केंद्रित आतंकवादी समूहों पर लगाम लगाने फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स(FATF) की मांगों को पूरा करने कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने पिछले साल आतंकवादी हमलों को लेकर चेतना दिखाई। पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा बलों ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), आतंकवादी इस्लामिक स्टेट (IS) समूह और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी जैसे पाकिस्तान के भीतर हमले करने वाले समूहों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया
पाकिस्तानी मीडिया Dawn की खबर में लिखा गया कि पाकिस्तान ने 2020 में आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने और भारत-केंद्रित आतंकवादी समूहों को हमले करने से रोकने के लिए कदम उठाए। पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद और चार अन्य वरिष्ठ लश्कर नेताओं को आतंकवाद के वित्तपोषण के कई मामलों में दोषी ठहराया। हालांकि रिपोर्ट ने दावा किया कि अफगानिस्तान और भारत को टार्गेट करने वाले आतंकवादी समूह-जैसे हक्कानी नेटवर्क, लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) - पाकिस्तानी क्षेत्र से काम करना जारी रखे हुए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने जारी की रिपोर्ट
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन(Antony Blinken) ने वाशिंगटन में यह रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में शामिल आतंकवादी मसूद अजहर और 2008 के मुंबई हमले के 'प्रोजेक्ट मैनेजर' साजिद मीर जैसे अन्य ज्ञात आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। यानी यही वजह है कि अमेरिकी सरकार ने पाकिस्तान को दी जाने वाली अपनी अधिकांश सुरक्षा सहायता रोक रखी है। रिपोर्ट जारी करते समय अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दी कि दुनियाभर में आतंकवादी हमलों में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
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