Good News: अमेरिका में अब 5 से 11 साल के बच्चों को लग सकेगी फाइजर वैक्सीन; भारत को जल्द मिलेगी Covovax

Corona Virus से लड़ाई में एक Good न्यूज है। अमेरिका ने 5 से 11 साल के बच्चों के लिए फाइजर वैक्सीन(Pfizer Vaccine) को मंजूरी दे दी है। इससे बच्चों के वैक्सीनेशन की दिशा में एक नई उम्मीद जागी है।

Amitabh Budholiya | Published : Nov 3, 2021 4:04 AM IST / Updated: Nov 03 2021, 09:50 AM IST

नई दिल्ली. Corona Virus से बच्चों को सुरक्षित करने की दिशा में दुनियाभर में चल रहे प्रयासों के तहत एक Good News है। अमेरिका ने अपने वैक्सीन कैम्पेन को विस्तार देते हुए मंगलवार को 5 से 11 साल की आयु के बच्चों के लिए फाइजर वैक्सीन(Pfizer Vaccine) को अप्रूवल दे दिया। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने कहा कि यह वैक्सीन बच्चों के लिए सुरक्षित है। वहीं, फाइजर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बच्चों को संक्रमण से बचाने में यह उनकी वैक्सीन 91 प्रतिशत प्रभावी है।

अमेरिका में 2.8 करोड़ बच्चों को लगेगी यह वैक्सीन
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के निदेशक डॉ. रशेल वलेंस्की ने बताया कि एडवाइजरी पैनल की सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है। यानी अमेरिका में 5 से 11 साल के 2.8 करोड़ बच्चों को फाइजर वैक्सीन दी जा सकेगी। CDC के फैसले से पहले ही फाइजर एंड बायोएनटेक ने लाखों डोज राज्यों, अस्पतालों और फार्मेसियों को पहले ही भेज दिए थे। क्योंकि उन्हें मंजूरी मिलने की पूरी उम्मीद थी।

बच्चों में वैक्सीन 91 फीसदी प्रभावी
FDA के वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में पाया कि यह वैक्सीन बच्चों को गंभीर संक्रमण से बचाती है। वहीं, फाइजर कंपनी ने दावा किया कि उनकी वैक्सीन 5 से 11 साल के बच्चों के लिए 91 प्रतिशत तक प्रभावी है। फाइजर की रिपोर्ट में 2,268 बच्चों पर किए अध्ययन का हवाला दिया गया।

भारत में 7-11 साल के बच्चों के लिए चल रहा ट्रायल
Corona Virus के खिलाफ भारत मजबूत स्थिति में खड़ा हो गया है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच यहां 7-11 साल तक की आयु के बच्चों पर  कोवोवैक्स (Covovax) का ट्रायल चल रहा है। पुणे के भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज (Bharati Vidyapeeth Medical College Hospital) में अक्टूबर से कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन के फेज 2/3 का ट्रायल शुरू हो गया था। इसके अलावा दिल्ली में भी हमदर्द चिकित्सा विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में भी यह ट्रायल हुआ। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से भारत लाई गई नोवोवैक्स वैक्सीन का भारतीय स्वरूप कोवोवैक्स है।

सबसे पहले गंभीर बीमारियों वाले बच्चों को लगेगी वैक्सीन
कोविड-19 वैक्सीनेशन पर सरकार को सलाह देने वाली कमेटी ने सितंबर में 12 साल से ज्यादा उम्र के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों के वैक्सीनेशन की सलाह दी थी।

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