
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘उज्ज्वला’ योजना से घाना इतना प्रभावित हुआ है कि अपने यहां जरूरतमंद लोगों तक रसोई गैस पहुंचाने के लिए वह ऐसी ही योजना लागू करना चाहता है। इसके लिए उसने भारतीय कंपनी इंडियन ऑयल के साथ समझौता भी किया है।
देश में गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले आठ करोड़ जरूरतमंद लोगों तक मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाने के लिए मई 2016 में उज्ज्वला योजना शुरू की गयी थी। योजना के आठ करोड़ के लक्ष्य मार्च 2020 तक पूरा करना था हालांकि, इसे समय से पहले ही पूरा कर लिया गया। इस योजना के तहत केंद्र सरकार गैस कनेक्शन में लगने वाले 1600 रुपये का भुगतान करती है।
इंडियन ऑयल करेगा मदद
उज्ज्वला से प्रभावित घाना, अपने यहां भी इसी तरह की योजना लागू करना चाहता है। इसे लागू करने में उसकी मदद इंडियन ऑयल करेगा। साथ ही उसे तकनीकी विशेषज्ञता भी उपलब्ध कराएगा।
घाना के राष्ट्रीय पेट्रोलियम प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अलहसन सुलेमाना ताम्पुली और इंडियल ऑयल के मुख्य महाप्रबंधक (एलपीजी परिचालन) एल. के. एस. चौहान के बीच इस संबंध में एक सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस दौरान पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और घाना के भारत में उच्चायुक्त माइकल एरॉन मौजूद रहे।
घाना में मात्र 23 प्रतिशत आबादी के पास एलपीजी कनेक्शन है। लोगों को पेट्रोल पंपों पर लाइनों में लगकर सिलेंडर भरवाने पड़ते हैं। इसलिए वह भारत की उज्ज्वला योजना की तर्ज पर अपने यहां भी एक योजना लागू करना चाहता है ताकि कम से कम 50 प्रतिशत आबादी को एलपीजी उपलब्ध करा सके।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)
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