भारत सरकार की सलाह जितनी जल्द हो सके सीरिया से निकलें, न करें यहां की यात्रा

Published : Dec 07, 2024, 07:53 AM ISTUpdated : Dec 07, 2024, 07:55 AM IST
Syria Crisis

सार

सीरिया में बिगड़ते हालात के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सुरक्षा की पूरी सावधानी बरतने को कहा है।

Syria Crisis: सीरिया में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने शुक्रवार आधी रात को भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया है कि जितनी जल्दी हो सके सीरिया से बाहर चले जाएं। जो भी फ्लाइट मिले उससे सीरिया से निकल जाएं। जो लोग ऐसा नहीं कर सकते वे अपनी सुरक्षा के बारे में पूरी सावधानी बरतें। घर से कम निकलें।

भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि अगली नोटिस तक सीरिया की यात्रा नहीं करें। विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में बयान जारी किया है। इसके साथ ही एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी शेयर की गई है। कहा गया है कि सीरिया में मौजूद सभी भारतीयों से अपील की है कि वे "दमिश्क स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में बने रहें।"

शेयर किया गया इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +963 993385973 दमिश्क में भारतीय दूतावास का है। इस नंबर का इस्तेमाल व्हाट्सएप पर भी किया जा सकता है। इसके साथ ही इमरजेंसी ईमेल आईडी hoc.damascus@mea.gov.in भी दी गई है।

 

 

सीरिया में क्या हो रहा है, स्थिति कितनी खराब है?

सीरिया राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। रूस और ईरान समर्थित बशर अल-असद सरकार और विद्रोही समूहों और मिलिशिया के बीच लड़ाई हो रही है। इन विद्रोही समूहों और मिलिशिया को तुर्की का समर्थन प्राप्त है। विद्रोही बलों ने पिछले सप्ताह से हमला तेज कर दिया है। इस्लामिस्ट नेतृत्व वाले विद्रोही सीरिया के होम्स के द्वार पर हैं। सीरिया के कई अन्य शहर सरकार के नियंत्रण से बाहर हो गए हैं।

 

सीरिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर अलेप्पो और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हमा राष्ट्रपति बशर अल-असद के नियंत्रण से बाहर है। 2011 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है। बशर अल-असद के कबीले ने पिछले पांच दशकों से सीरिया पर शासन किया है। अब पहली बार ऐसा लग रहा है कि उनकी सरकार गिरने के कगार पर है। अगर विद्रोहियों ने होम्स पर कब्जा कर लिया तो इससे राजधानी दमिश्क भूमध्य सागर के तट से कट जाएगी।

विद्रोही गठबंधन HTS के नेतृत्व में हो रहे हमले

हयात तहरीर अल-शाम या HTS विद्रोही गठबंधन के नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने कहा है कि उनका लक्ष्य बशर अल-असद सरकार को उखाड़ फेंकना है। 27 नवंबर से शुरू हुए हमले का नेतृत्व इस्लामवादी विद्रोही गठबंधन एचटीएस कर रहा है। यह अलकायदा की सीरियाई शाखा से निकला है।

अबू मोहम्मद अल-जोलानी को ISIS आतंकवादी अबू बकर अल-बगदादी का 'ब्लू-आइड बॉय' भी कहा जाता है। कई साल पहले उसे इराक में अमेरिकी हिरासत केंद्र में रखा गया था।

यह भी पढ़ें- हामा शहर पर विद्रोही लड़ाकों का कब्ज़ा, भीषण युद्ध के बाद सीरियाई सेना हटी पीछे

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