पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea), प्रशांत क्षेत्र के रिंग ऑफ फॉयर पर है। इस वजह से यह क्षेत्र भूकंप के लिए सबसे संवेदनशील माना जाता है। 2004 में इसके पड़ोसी इंडोनेशिया में 9.1 तीव्रता वाा भूंकप आया था। इसके बाद सुनामी भी आई थी। सुनामी के कारण ही सवा दो लाख के आसपास लोग मारे गए थे। इंडोनेशिया में हुई इतनी भयानक तबाही से पूरी दुनिया दहल उठी थी।
जकार्ता। पूर्वी पापुआ न्यू गिनी एक बार फिर भूकंप के तेज झटकों से काफी तबाही मची है। पापुआ न्यू गिनी में 7.6 तीव्रता वाले तेज भूकंप के बाद विशेषज्ञों ने सुनामी की भी चेतावनी दी है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे ने बताया है कि यह भूकंप कायनंटू शहर से करीब 67 किलोमीटर दूर 61 किलोमीटर गहराई में आया है जिसे महसूस किया गया है। भूकंप की वजह से मदांग शहर और फरदर इनलैंड क्षेत्र में काफी नुकसान की सूचनाएं आ रही है।
भूकंप के बाद सुनामी का खतरा बढ़ा
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने सुनामी की चेतावनी दी है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने यह भी बताया है कि भूकंप के बाद पापुआ न्यू गिनी में आने वाली सुनामी से अत्यधिक तबाही का खतरा टल गया है। अगर सुनामी आएगी भी तो बहुत नुकसान नहीं करेगी। भूकंप से विभिन्न इलाकों में इमारतों, भवनों को काफी नुकसान पहुंचा है। तमाम क्षेत्र में बिजली गुल हो चुकी है जिसके ठीक होने में कई दिनों का समय लग सकता है। भूकंप ने अपने केंद्र के आसपास के शहरों समेत पोर्ट मोरेस्बी की राजधानी तक काफी नुकसान पहुंचाया है। पूर्वी हाईलैंड शहर गोरोका में एक विश्वविद्यालय की इमारतों में हुए नुकसान का भी वीडियो सामने आया है। हालांकि, अभी तक इस खतरनाक भूकंप से हुए नुकसान का आंकलन नहीं हो सका है। लेकिन माना जा रहा है कि यह काफी अधिक तबाही मचाया है।
भूकंप के सबसे संवेदनशील क्षेत्र में है यह
पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea), प्रशांत क्षेत्र के रिंग ऑफ फॉयर पर है। इस वजह से यह क्षेत्र भूकंप के लिए सबसे संवेदनशील माना जाता है। 2004 में इसके पड़ोसी इंडोनेशिया में 9.1 तीव्रता वाा भूंकप आया था। इसके बाद सुनामी भी आई थी। सुनामी के कारण ही सवा दो लाख के आसपास लोग मारे गए थे। इंडोनेशिया में हुई इतनी भयानक तबाही से पूरी दुनिया दहल उठी थी।