कश्मीर मुद्दे को लेकर एक बार फिर से पाकिस्तान की बेइज्जती हुई है। पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के वकील खावर कुरैशी ने कहा है कि सबूतों के अभाव में कश्मीर में नरसंहार के आरोप को साबित करना बेहद मुश्किल है। कुरैशी का बयान ऐसे समय में आया है जब भारत द्वारा अनुच्छेद 370 निरस्त करने के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ आईसीजे में जाने की धमकी देता रहा है। कुरैशी पाकिस्तानी मीडिया से बात कर रहे थे।
इस्लामाबाद. कश्मीर मुद्दे को लेकर एक बार फिर से पाकिस्तान की बेइज्जती हुई है। पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के वकील खावर कुरैशी ने कहा है कि सबूतों के अभाव में कश्मीर में नरसंहार के आरोप को साबित करना बेहद मुश्किल है। कुरैशी का बयान ऐसे समय में आया है जब भारत द्वारा अनुच्छेद 370 निरस्त करने के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ आईसीजे में जाने की धमकी देता रहा है। कुरैशी पाकिस्तानी मीडिया से बात कर रहे थे।
आईसीजे में जाना मुश्किल : कुरैशी
- खावर कुरैशी ने कहा, सबूतों के अभाव में पाकिस्तान के लिए इस मामले को आईसीजे में ले जाना बेहद मुश्किल है।
- जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने संयुक्त राज्य अमेरिका सहित विभिन्न देशों के प्रमुखों से बात की। उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बात की, जिसके बाद ट्रम्प ने मामले में मध्यस्थता करने की पेशकश की। लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है। अमेरिका भारत के रुख से सहमत है।
- इमरान खान ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा सहित हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दा उठाएंगे। लेकिन अब आईसीजे में उनके अपने वकील ने स्वीकार कर लिया है कि उनके पास अपने दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत नहीं है।
- इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद कहा था, "परमाणु युद्ध में कोई भी नहीं जीतेगा। यह न केवल दोनों देशों को प्रभावित करेगा, बल्कि पूरी दुनिया को परिणाम भुगतना होगा।