भारत-चीन सीमा तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख आर.के.एस भदौरिया का सोमवार को बड़ा बयान सामने आया है। वायुसेना चीफ ने कहा है कि भारतीय सेना और वायुसेना उत्तर भारत के लद्दाख क्षेत्र में दोनों मोर्चों पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।
लेह. भारत-चीन सीमा तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख आर.के.एस भदौरिया का सोमवार को बड़ा बयान सामने आया है। वायुसेना चीफ ने कहा है कि भारतीय सेना और वायुसेना उत्तर भारत के लद्दाख क्षेत्र में दोनों मोर्चों पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसका साफ मतलब है कि चीन और पाकिस्तान दोनों देश की ओर से जो तनाव की स्थिति बन रही है, उसपर भारत हर तरीके से अलर्ट मोड में है। दरअसल, चीन के साथ पाकिस्तान भी कई दिनों से सीमा से जुड़े क्षेत्रों में लगातार सीजफायर उल्लंघन कर रहा है। हाल ही में उसने पुंछ के मेनकोट सेक्टर में हल्के हथियारों से गोलीबारी की थी और छोटे मोर्टार भी दागे थे।
वायुसेना चीफ ने कहा कि भारतीय वायुसेना में दुनिया के सबसे तेज लड़ाकू विमान राफेल के आने से वायुसेना की ताकत बढ़ गई है और ये हमें आगे तक मजबूत रखेगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में तेजस, कॉम्बैट हेलिकॉप्टर, ट्रेनर एयरक्राफ्ट समेत कई अन्य ताकतवर हथियार वायुसेना की ताकत बनेंगे। उन्होंने कहा कि चीन की हरकत के बारे में हमें मई 2020 में ही पता लग गया था, तब से ही भारतीय सेना और वायुसेना लद्दाख में एक्शन में है।
चीन की स्थिति हमसे बेहतर नहीं
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में वायुसेना मुस्तैद है और ऐसा कोई सवाल ही नहीं होता कि चीन हमसे किसी भी तरह से बेहतर स्थिति में हो। उन्होंने कहा कि वक्त के साथ वायुसेना ने बहुत तेजी से बदलाव किए हैं और अब काफी हदतक कमियों को दूर कर लिया गया है। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमने सीमा पर हर हिस्से में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। ऐसे में देश को हमपर पूरा भरोसा है कि उनकी सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
बता दें कि भारत और चीन के बीच मई 2020 के बाद से ही सीमा पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। सेना के साथ-साथ वायुसेना ने भी लेह-लद्दाख के इलाकों में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। वायुसेना लगातार जरूरी सामान ले जाने में मदद कर रही है, इसके अलावा उसने राफेल जैसे कईं लड़ाकू विमान लद्दाख क्षेत्र में तैनात किए हैं जो निगरानी में भी महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं।