ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत का क्या होगा असर? जानें एक्सपर्ट्स की राय
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। ईरानी सरकारी मीडिया ने दोनों को शहीद बताया है।
sourav kumar | Published : May 20, 2024 6:19 AM IST
रईसी की अचानक मौत का ईरान के शासन पर कोई खास असर नहीं
ईरान मामले के जानकारों की माने तो रईसी की अचानक मौत का ईरान के शासन पर कोई खास असर नहीं होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका जो कुछ भी असर होगा, वह मुख्य रूप से घरेलू होगा।
हादसे के पीछे कोई साजिश की बात
एक्सपर्ट का मानना है कि अगर हादसे के पीछे कोई साजिश की बात आती है तो यह पूरी तरह से घरेलू होगा। इसमें उत्तराधिकार की दौड़ को ध्यान में रखकर किया गया हो सकता है।
ईरान में अयातुल्लाह खामेनेई को सुप्रीम लीडर का दर्जा हासिल
ईरान में अयातुल्लाह खामेनेई को सुप्रीम लीडर का दर्जा हासिल है। यानी वहां राष्ट्रपति भले चुने जाते हैं लेकिन देश की नीतियां सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ही तय करते हैं।
ईरान की सारी आक्रामक नीतियां पहले की तरह ही जारी
जियोपॉलिटिकल एक्सपर्ट का मानना है कि ईरान की सारी आक्रामक नीतियां पहले की तरह ही जारी रहेंगी।
रईसी को 2021 में राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया
ईरान के न्याय विभाग में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने वाले रईसी को 2021 में राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था। उन्होंने 1980 के दशक में बहुत से लोगों को फांसी पर चढ़ाने का आदेश दिया था।
इजरायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर मेजर जनरल याकोव
इजरायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर मेजर जनरल याकोव अमिद्रोर ने कहा कि रईसी और अमीर अब्दुल्लाहियान की जगह लेने वालों की भाषा अलग होगी लेकिन ईरान में आखिरी फैसला न तो राष्ट्रपति करते हैं और न विदेश मंत्री।
64 वर्षीय रईसी को खामेनेई का उत्तराधिकारी माना जाता था
कट्टरपंथी विचारों के लिए मशहूर 64 वर्षीय रईसी को खामेनेई का उत्तराधिकारी माना जाता था। ये इकलौती चीज है जो रईसी को उनकी जगह लेने वालों से अलग बनाती है।