
नई दिल्ली। आतंकवाद (Terrorism) का पनाहगार बन चुके पाकिस्तान (Pakistan) की झूठ लगातार दुनिया के सामने बेनकाब हो रही है। जिस लश्कर-ए-तैय्यबा (Lashkar-E-Taiyyaba) पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध है, उस आतंकी संगठन का भर्ती कैंप पाकिस्तान ने अपने मुल्क और अफगानिस्तान (Afghanistan) में खोल रखे हैं। इन कैंप्स के माध्यम से आतंक की राह पर चलने के लिए युवकों भर्ती हो रही है।
पाकिस्तान कर रहा झूठा दावा
'Daily Sikh' के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan) लगातार यह दावा कर रहा है कि वो आतंकवादी ग्रुप (Terrorist groups) के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है लेकिन इसके बावजूद इस ग्रुप में भर्तियां बढ़ी हैं और इसके नेता हक्कानी नेटवर्क और इस्लामिक स्टेट खोरासन (IS-K) के साथ मिलकर अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं।
मुंबई हमले में शामिल था लश्कर
लश्कर-ए-तैय्यबा साल 2008 में हुए मुंबई हमले में शामिल था। इसके बाद पाकिस्तान-पोषित इस ग्रुप को लेकर पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर से दबाव बढ़ा कि वो इसपर कठोर एक्शन ले। लेकिन पाकिस्तान इस खूंखार आतंकवादी संगठन पर कार्रवाई करने में नाकाम रहा है। हालांकि, मुंबई हमले के बाद दबाव बनने के बावजूद पाकिस्तान में लश्कर का कद बढ़ता ही चला गया है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान आर्मी की मदद से लश्कर काफी मजबूत हुआ है और पहले से ज्यादा संगठित भी हुआ है।
पाकिस्तान में बढ़ा रहा लश्कर अपनी ताकत
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कि लश्कर पाकिस्तान में अपनी ताकत बढ़ा रहा है और तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया इन दोनों ही तथ्यों को दो अलग-अलग तरीकों से नहीं देखा जा सकता है। इससे पहले यूएस की एक मॉनिटरिंग ग्रुप ने साल 2018 में इस बात को उजागर किया था कि लश्कर पाकिस्तान में मदरसा के जरिए अपने नेटवर्क को मजबूत करने में जुटा हुआ है। खासकर कुनर और ननग्रहर क्षेत्र में तालिबान अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटा हुआ है।
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