इस देश में आंतकियों को हथियार पहुंचा रहा चीन, आर्मी चीफ ने मांगी दुनिया से मदद

सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देश चीन की हरकतों से परेशान हैं। अब भूटान के बाद म्यांमार ने चीन को लेकर जमकर भड़ास निकाली है। इतना ही नहीं म्यांमार ने चीन पर आतंकियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाया।

Asianet News Hindi | Published : Jul 2, 2020 11:08 AM IST

नैप्यीडॉ. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देश चीन की हरकतों से परेशान हैं। अब भूटान के बाद म्यांमार ने चीन को लेकर जमकर भड़ास निकाली है। इतना ही नहीं म्यांमार ने चीन पर आतंकियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाया। म्यांमार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में दखल देने की मांग की है। दक्षिण पूर्व एशिया में म्यांमार चीन का सबसे करीबी पड़ोसी माना जाता है। 

रूस के सरकारी चैनल Zvezda को दिए इंटरव्यू में म्यांमार के आर्मी चीफ जनरल मिंग आंग ह्लाइंग ने कहा, उनके देश में जो आतंकी संगठन सक्रिय हैं, उनके पीछे मजबूत ताकतें हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में दखल देने की मांग की। 



आर्मी चीफ जनरल मिंग ने इशारों में चीन पर हमला साधा। म्यांमार के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल जॉ मिन टुन ने बताया, आर्मी चीफ अराकान आर्मी और अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी के बारे में बात कर रहे थे। ये दोनों संगठन चीन से सटे म्यांमार के राखिन क्षेत्र में संक्रिय हैं। 

आतंकियों को इस वजह से हथियार दे रहा चीन 
चीन चाहता है कि म्यांमार दबाव में आकर बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट को मंजूरी दे। इसके लिए इन आतंकी संगठनों को हथियार दिए जा रहे हैं। ताकि ये संगठन सरकार पर दबाव डाल सकें। जबकि म्यांमार इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने से इनकार करता रहा है। उधर, चीन पीओके में आतंकियों को भारत में हमला करने के लिए उकसा रहा है। 

सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल मिली
म्यांमार आर्मी चीफ ने कहा, अराकान आतंकियों को विदेशी ताकतों का समर्थन है। ये आतंकी लैंड माइन के जरिए म्यांमार की सेना पर हमला कर रहे हैं। नवंबर 2019 में म्यांमार सेना ने प्रतिबंधित टांग नेशनल लिबरेशन आर्मी से बड़ी संख्या में हथियार जब्त किए थे। इसमें सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल भी थीं। इस छापे से करीब 70-90 हजार अमेरिकी डॉलर के हथियार मिले थे। ये हथियार मेड इन चाइना थे।  

म्यांमार में आर्मी पर हमला करने के लिए आतंकी चीन के बने हथियार का इस्तेमाल करते हैं। बताया जाता है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी म्यांमार में अपनी पकड़ बनाने के लिए इन आतंकियों को हथियार सप्लाई करवाती है। 
 

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