
India-Pakistan relations: पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज (PML-N) के संस्थापक नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को दो टूक सलाह दी है। उन्होंने साफ कहा कि भारत से टकराने या अपनी आक्रामकता दिखाने की बजाय उसके साथ शांति बहाली के लिए प्रयास होने चाहिए। शांति बहाली के लिए सभी कूटनीतिक संसाधनों का उपयोग पाकिस्तान को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह आक्रामक रुख अपनाने के खिलाफ हैं। इससे पाकिस्तान को ही नुकसान उठाना पड़ेगा।
दोनों भाई रविवार शाम को लाहौर में मिले। पीएम शहबाज शरीफ ने पूर्व पीएम व पार्टी के चीफ नवाज शरीफ को अपनी सरकार द्वारा भारत के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में बताया, खासकर पहलगाम हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक में लिए गए फैसलों के संदर्भ में अपडेट दिया।
सूत्रों के अनुसार, शहबाज ने नवाज को विस्तार से बताया कि कैसे उनकी सरकार ने नई दिल्ली के कदमों का प्रतिवाद किया और भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया। इसके अलावा, शहबाज ने भारत से किसी भी आक्रामकता के जवाब में पाकिस्तान की तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी।
डिप्लोमैटिक सूत्रों का दावा है कि प्रधानमंत्री शहबाज ने अपने बड़े भाई और पार्टी के संस्थापक नवाज शरीफ से कहा कि भारत द्वारा एकतरफा रूप से सिंधु जल समझौते (Indus Waters Treaty) को निलंबित करने से क्षेत्र में युद्ध का खतरा बढ़ गया है। नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री शहबाज से कहा कि वह इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाने से बचें और कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से तनाव को कम करने की कोशिश करें।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत से पहलगाम हमले की जांच के लिए एक अंतरराष्ट्रीय आयोग बनाने की मांग की है, जिसमें अमेरिका, रूस, चीन और ब्रिटेन जैसे देशों के अधिकारियों को शामिल किया जा सकता है।
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