अमेरिका में इमीग्रेशन पर सोमवार से लागू होगा नया नियम, भारतीय H-1B वीजा धारकों के लिए मुश्किल

अमेरिका सोमवार से ऐसा नियम लागू करने जा रहा है जिससे उन कानूनी आव्रजकों को ग्रीन कार्ड या कानूनी रूप से स्थायी निवास की अनुमति नहीं दी जाएगी जिन्होंने फूड स्टाम्प्स जैसी जन योजनाओं का फायदा उठाया

Asianet News Hindi | Published : Feb 23, 2020 11:44 AM IST / Updated: Feb 23 2020, 05:17 PM IST

वाशिंगटन: अमेरिका सोमवार से ऐसा नियम लागू करने जा रहा है जिससे उन कानूनी आव्रजकों को ग्रीन कार्ड या कानूनी रूप से स्थायी निवास की अनुमति नहीं दी जाएगी जिन्होंने फूड स्टाम्प्स जैसी जन योजनाओं का फायदा उठाया।

इस कदम से कई भारतीय नागरिक प्रभावित हो सकते हैं जिनके पास एच-1बी वीजा हैं और जो लंबे समय से स्थायी कानूनी निवास की अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

Latest Videos

अमेरिका के करदाताओं पर बोझ न बनें

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रीशम ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद होमलैंड सुरक्षा विभाग सोमवार को अपना कानून लागू कर पाएगा।’’उन्होंने कहा, ‘‘इस फैसले से कठिन परिश्रम कर रहे अमेरिकी करदाताओं को सुरक्षा मिलेगी, वास्तव में जरूरतमंद अमेरिकियों के लिए कल्याण योजनाएं सुरक्षित होंगी, संघीय घाटा कम होगा और यह मौलिक कानूनी सिद्धांत पुन: स्थापित होगा कि हमारे समाज में आने वाले नये लोग वित्तीय रूप से आत्म निर्भर हो और अमेरिका के करदाताओं पर बोझ न बनें।’’ 

कई फैसलों के कारण इसे लागू नहीं किया जाएगा

14 अगस्त 2019 को प्रकाशित अंतिम नियम को 15 अक्टूबर 2019 से लागू करना था लेकिन अदालतों के विभिन्न फैसलों के कारण इसे लागू नहीं किया जा सका था। इस कानून से होमलैंड सुरक्षा विभाग यह पहचान करेगा कि कौन विदेशी नागरिक देश में रहने योग्य नहीं है और क्यों उसे अमेरिका में स्थायी निवास की अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि वह विदेशी भविष्य में कभी भी ‘पब्लिक चार्ज’ बन सकता है।

अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा के अनुसार, नये कानून में स्थायी निवास की अनुमति मांग रहे व्यक्ति को यह दिखाना होगा कि उसने गैर प्रवासी दर्जा हासिल करने के बाद से वित्तीय फायदे वाली योजनाओं का लाभ नहीं उठाया।

माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट रिपोर्ट, 2018 के अनुसार 61 प्रतिशत गैर नागरिक बांग्लादेशी परिवारों, 48 प्रतिशत गैर-नागरिक पाकिस्तानी और 11 प्रतिशत गैर नागरिक भारतीय परिवारों ने जन लाभ हासिल किए जिनकी नये कानून के अनुसार जांच की जाएगी।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)
 

Share this article
click me!

Latest Videos

इजरायल या ईरान? जानें दोनों देशों में कौन है सबसे ज्यादा ताकतवर, किसके पास कितना हथियार?
Congress LIVE: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हरियाणा के चरखी दादरी में जनता को संबोधित किया
दुश्मनों पर काल बनकर क्यों कहर बरपा रहा इजराइल, ये हैं वो 15 वजह
LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम 2024 में भाग लिया
Congress LIVE: अभिषेक सिंघवी और श्री जयराम रमेश द्वारा कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग।