
सियोल. उत्तर कोरिया ने कहा है कि अमेरिका के साथ कूटनीतिक वार्ता “कुछ सप्ताह” में बहाल हो सकती है, लेकिन जब तक बाहरी खतरे पूरी तरह खत्म नहीं हो जाते हैं, तब तक वह अपने परमाणु हथियारों को छोड़ने पर विचार नहीं करेगा।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि आगामी कार्य-स्तरीय वार्ता वाशिंगटन के साथ उसके कूटनीतिक रिश्तों का भविष्य तय करने में निर्णायक होगी।
बयान में कहा गया है कि उत्तर कोरिया के परमाणु निशस्त्रीकरण पर बातचीत केवल तभी संभव होगी जब “हमारी सुरक्षा प्रणाली को खतरे में डालने वाले सभी जोखिमों और हमारे विकास को बाधित करने वाले अवरोधों को बिना किसी संदेह के स्पष्ट रूप से हटा दिया जाए।”
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई शिखर वार्ता बिना किसी सहमति के खत्म होने के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत बंद हो गई थी। यह शुखर वार्ता फरवरी में वियतनाम के हनोई में हुई थी।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
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