पाकिस्तान पीओके में कर रहा अत्याचार, नौजवानों का ब्रैन वॉश करती है पाकिस्तानी आर्मी- यूएन में सज्जाद राजा

आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर दुनियाभर में अपनी किरकिरी झेल रहे पाकिस्तान का अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मानवाधिकार कार्यकर्ता मोहम्मद सज्जाद राजा ने विरोध किया है। जेनेवा (स्वीट्जरलैंड) में आयोजित संयुक्‍त राष्‍ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की एक बैठक में पीओके के मानवाधिकार कार्यकर्ता सज्जाद ने पाकिस्‍तानी और उसकी आर्मी के खिलाफ आवाज उठाते हुए पीओके के स्थानीय लोगों के अधिकार छिनने पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यूए में आजाद कश्मीर चुनाव अधिनियम (2020) को अवैध बताया।

Asianet News Hindi | Published : Sep 25, 2020 5:51 AM IST / Updated: Sep 25 2020, 03:36 PM IST

दुनियाभर में आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर अपनी किरकिरी झेल रहे पाकिस्तान का अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मानवाधिकार कार्यकर्ता मोहम्मद सज्जाद राजा ने विरोध किया है। जेनेवा (स्वीट्जरलैंड) में आयोजित संयुक्‍त राष्‍ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की एक बैठक में पीओके के मानवाधिकार कार्यकर्ता सज्जाद ने पाकिस्‍तानी और उसकी आर्मी के खिलाफ आवाज उठाते हुए पीओके के स्थानीय लोगों के अधिकार छिनने पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यूए में आजाद कश्मीर चुनाव अधिनियम (2020) को अवैध बताया।

पीओके के मानवाधिकार कार्यकर्ता सज्जाद ने यूएन में पाकिस्‍तान पर निशाना साधते हुए कहा कि आजाद कश्मीर चुनाव अधिनियम (2020) को पीओके में लागू करके पाकिस्तान ने हमारे सारे अधिकार छीन लिए हैं। हमारे साथ पीओके में जानवरों की तरह बर्ताव किया जा रहा है। पाकिस्तान में जो भी उसकी की गैराकानूनी गतिविधियों से असहमत होते हैं उनकी हत्या कर दी जाती है। पाकिस्तान पीओके और सीमापार भारत के युवाओं का भी ब्रेन वॉश कर रहा है। उसने हमारी आजादी छीन ली है। वो हमारी आवाज को दबाता है लेकिन हमें उम्मीद है कि हमारी आवाज यहां यूएन में सुनी जाएगी। हम शांति और प्रेम की दुनिया यूएन से भीख मांगते हैं कि हमारे साथ न्याय किया जाए। पाकिस्तान अब गिलगित बाल्टिस्तान को अपना प्रांत घोषित करने की कोशिश कर रहा है जिससे हमारी जमीज, पहचान और संस्कृति खत्म हो जाएगी। पाकिस्‍तानी सेना के अफसर कश्‍मीरी लोगों से खुले तौर पर आत्‍मघाती हमला करने के लिए जाने को कहते हैं, वे उन्‍हें उकसाते हैं जोकि एक बेहद चिंताजनक स्थिति है। 

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