पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा था कि यह देश के लिए "शर्म का दिन" है और इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत के सियालकोट (Sialkot) में भीड़ द्वारा 49 साल के श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेजर प्रियंता कुमारा की जान लेने के मामले में 33 और संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुमारा के फैक्ट्री के कर्मचारियों सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने 3 दिसंबर को उन्हें बुरी तरह टॉर्चर करके मार डाला था।
श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दस टीमों का गठन किया था। कुछ की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा था कि यह देश के लिए "शर्म का दिन" है और इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
कोर्ट में पेश किया जाएगा नए पकड़े गए 33 संदिग्धों को
इस लिचिंग केस की जांच कर रहे अधिकारी तारिक महमूद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 33 संदिग्धों को गुजरांवाला के एंटी टेररिज्म कोर्ट में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अदालत से 52 संदिग्धों के रिमांड पहले ही मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 85 संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह था मामला
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में भीड़ ने श्रीलंका के एक फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर की जान ले ली थी। बेसुध होने के बाद उनके शरीर को जला दिया। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड (Wazirabad Road) पर हुई, जहां कथित तौर पर प्राइवेट फैक्ट्री के वर्कर्स ने फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर पर हमला कर दिया। फिर मारते-मारते उसकी हत्या कर दी। फिर शरीर को जला दिया।
सियालकोट के डिस्ट्रीक्ट पुलिस ऑफिसर उमर सईद मलिक ने मृतक की पहचान प्रियंता कुमारा के रूप की थी। वह श्रीलंकाई नागरिक थे। सियालकोट में रहते थे। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में दिख रहा है कि सैकड़ों लोग मिलकर मार रहे हैं और नारे लगा रहे हैं। इतना ही नहीं। जब मृतक की बॉडी को जलाया गया तो भी वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। कुछ लोग तो वीडियो बना रहे थे।
2010 में भी हुई थी इसी तरह की घटना
2010 में सियालकोट में इसी तरह की एक घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया था जब भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में दो भाइयों को डकैत घोषित कर पीट-पीट कर मार डाला था। इस घटना ने पूरे देश में दहशत फैला दी थी। इन हत्याओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया।
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