पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा को सुप्रीम कोर्ट से झटका, निलंबित किया गया सेवा विस्तार

Published : Nov 26, 2019, 02:03 PM IST
पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा को सुप्रीम कोर्ट से झटका, निलंबित किया गया सेवा विस्तार

सार

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है।पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने बाजवा के कार्यकाल विस्तार के नॉटिफिकेशन को 27 नवंबर तक निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने जनरल बाजवा समेत सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को सुप्रीम कोर्ट से करारा झटका लगा है। जिसमें पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने बाजवा के सेवा विस्तार पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने बाजवा के कार्यकाल विस्तार के नॉटिफिकेशन को 27 नवंबर तक निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने जनरल बाजवा समेत सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है। 

29 को हो रहे रिटायर 

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने 19 अगस्त को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के तौर पर बाजवा का कार्यकाल अगले तीन साल के लिए बढ़ा दिया था। हालांकि, कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई बुधवार तक के लिए टाल दी है। 

कोर्ट ने सरकार के प्रक्रिया पर उठे सवाल 

'डॉन' की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा के कार्यकाल विस्तार को लेकर इमरान सरकार द्वारा की गई प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं। जिसमें पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अगुवाई वाली 3 सदस्यीय बेंच ने कहा कि इस पर बुधवार को सुनवाई करेंगे। 

19 अगस्त को मिला सेवा विस्तार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 19 अगस्त 2019 को मौजूदा सेना प्रमुख जनरल बाजवा के सेवा विस्तार को मंजूरी दी थी और इसकी अधिसूचना राष्ट्रपति डॉक्टर आरिफ अल्वी के पास भेजी गई थी।  राष्ट्रपति ने भी इस पर हस्ताक्षर कर दिए थे। कोर्ट ने सवाल उठाया कि कार्यकाल के किसी भी विस्तार पर कोई भी अधिसूचना के वर्तमान कार्यकाल के पूरा होने के बाद ही जारी की जा सकती है, जो 28 नवंबर 2019 को समाप्त हो रही है। 

बाजवा को कश्मीर मुद्दों का माना जाता है जानकार 

जनरल कमर जावेद बाजवा को 29 नवंबर 2016 को पाकिस्तानी सेना के 16 वें सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। बाजवा को कश्मीर मुद्दों का जानकार माना जाता है। उनके पास भारत के साथ लगी नियंत्रण रेखा का भी अच्छा खासा अनुभव है। उन्होंने कश्मीर और उत्तरी इलाकों में लंबे समय तक बतौर सेनाधिकारी सेवा दी है। वे गिलगित-बाल्टिस्तान में फोर्स कमांडर की पोस्ट पर भी रह चुके हैं। कांगों में शांति मिशन के दौरान भी ब्रिगेडियर रहते हुए बाजवा ने अपनी सेवाएं दी थीं।

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

असंभव लेकिन सत्य! बिना औरत देखे 82 साल तक रहा जिंदा, पढ़ें इस शख्स की कहानी
Modi in Ethiopia: मोदी का भव्य स्वागत, खुद कार ड्राइव कर होटल ले गए PM अली-6 PHOTOS