पाकिस्तानी युनिवर्सिटी ने रिलेशनशिप को बताया गैर इस्लामिक, कैंपस के अंदर लगाया बैन

युनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने कहा है कि, जो भी छात्र विश्वविद्यालय के आदेश की अवहेलना करेंगे, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा और उनके माता-पिता को भी युनिवर्सिटी में बुलाया जाएगा।  
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2019 3:49 PM IST / Updated: Sep 26 2019, 09:23 PM IST

पेशावर. पाकिस्तान की एक युनिवर्सिटी में आदेश जारी किया गया है कि कैंपस के अंदर छात्र-छात्राएं एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप नहीं रख सकते हैं। विश्वविद्यालय के अनुसार ऐसा करना गैर- इस्लामिक है और जो भी छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के इस आदेश की अवहेलना करेंगे उन पर जुर्माना लगाया जाएगा और उनके माता पिता को भी विश्विविद्यालय में बुलाया जाएगा। विश्वविद्यालय ने कहा है कि छात्र-छात्राएं कैंपस के अंदर साथ में न घूमें और न ही बिना किसी कारण के आपस में मिलना मिलाना करें। बाचा खान युनिवर्सिटी चरसदा, पेशावर के मैनेजमेंट की सूचना के आधार पर छात्र और छात्राएं का आपस में डेटिंग करना या साथ में घूमना गैर-इस्लामिक होने के साथ-साथ खराब चरित्र को भी दर्शाता है। युनिवर्सिटी साथ ही चेतावनी भी दी है कि जो भी छात्र-छात्राएं इस आदेश की उल्लंघन करते पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

पर्सनल बातचीत पर भी मनाही 

इसके अलावा भी युनिवर्सिटी ने छात्र- छात्राओं को एक दूसरे के करीब आने, पर्सनल बातचीत, ई-मेल, मैसेज, व्हाट्सएप, स्नैपचैट, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी बातचीत से दूर रहने को कहा है। 

23 सितंबर को जारी हुआ था आदेश 

विश्वविद्यालय प्रबंधन  ने साथ ही कहा है कि जो भी छात्र इस आदेश की अवहेलना करेंगे उन पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी बुलाया जाएगा। और छात्र-छात्रा की हरकत से उनको अवगत कराया जाएगा। विश्वविद्यालय ने यह सूचना 23 सितंबर को तत्काल प्रभाव के साथ जारी की थी, जिसमें कहा गया था। "सभी छात्रों को यह सूचित किया जाता है कि विश्वविद्यालय के आसपास अनैतिक गतिविधियां जोरों पर हैं। विश्वविद्यलय प्रशासन अनुचित, गैर-इस्लामिक और गैर-सांस्कृतिक संबंधों को पूरी दृढ़ता से हतोत्साहित करता है। छात्रों को यह स्पष्ट होना चाहिए कि पुरुष और महिला छात्रों को रिलेशनशिप की अनुमति नहीं है। अगर छात्रों को कैंपस कपलिंग में कहीं भी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। छात्रों के माता-पिता को विश्वविद्यालय में बुलाया जाएगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसलिए, किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुरुष और महिला छात्रों को आपस में बातचीत नहीं करनी चाहिए। 

माता-पिता की बढ़ती शिकायतों के बाद लिया गया निर्णय 

असिस्टेंट पॉक्टर फरमानुल्लाह ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में पुरुष और महिला छात्रों का अनावश्यक जमावड़ा कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्रों के माता-पिता की बढ़ती शिकायतों पर इस तरह की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। छात्रों को अनुशासित रखने और छात्रों का उनकी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित रखने के लिए यह निर्णय सभी के हित में लिया गया है।

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