
नई दिल्ली। तीन देशों की यूरोपीय यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में रह रहे भारतीयों के कम्युनिटी इवेंट को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे जर्मनी में 'मां भारती' के बच्चों से मिलने का अवसर मिला। आप सभी से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। पीएम ने कहा कि आप में से बहुत से लोग यहां जर्मनी के विभिन्न शहरों से बर्लिन आए हैं। मैं बेहद खुदकिस्मत हूं जो यहां विभिन्न शहरों से आए भारतीय एक साथ मिल रहे।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 21वीं सदी के इस तीसरे दशक की सबसे बड़ी सच्चाई है कि India is going global. कोरोना के काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर अनेकों जिंदगियों को बचाने में मदद की। भारत को कोविड वैक्सीन बनाने में सफलता मिली तो हमने अपनी वैक्सीन से करीब 100 देशों की मदद की।
न अपने बारे में बात करने आया हूं न अपनी सरकार के बारे में
बर्लिन में भारतीय समाज के लोगों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं यहां न तो अपने बारे में बात करने आया हूं और न ही मोदी सरकार की। मैं आपसे करोड़ों भारतीयों की क्षमताओं के बारे में बात करना चाहता हूं और उनकी प्रशंसा करना चाहता हूं। जब मैं करोड़ों भारतीयों की बात करता हूं तो इसमें न केवल वहां रहने वाले लोग शामिल होते हैं बल्कि यहां रहने वाले भी शामिल होते हैं। मेरे शब्दों में दुनिया के कोने-कोने में रहने वाली मां भारती के सभी बच्चे शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम इस साल आजादी के 75 साल मना रहे हैं। मैं पहला पीएम हूं जो स्वतंत्र भारत में पैदा हुआ था। आजादी के 100 साल पूरे होने के समय भारत जिस शिखर पर होगा, भारत दृढ़ता से कदम दर कदम उठा रहा है और उस लक्ष्य की ओर तेजी से चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जनता ने पिछले 3 दशकों के राजनीतिक रूप से अस्थिर माहौल को एक बटन दबाकर समाप्त कर दिया। 30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी गई और भारत के लोगों ने 2019 में सरकार को मजबूत बनाया।
आजादी के बाद देश ने एक रास्ता तय किया लेकिन हम किन्हीं कारणों से पिछड़ गए
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद देश ने एक रास्ता, एक दिशा तय की। लेकिन समय के साथ जो कई बदलाव होने चाहिए थे, जिस गति से यह होना चाहिए था, जिस व्यापक तरीके से किया जाना चाहिए था, हम किसी न किसी कारण से पिछड़ गए।
पीएम मोदी ने कहा कि विदेशी शासन ने साल दर साल भारतीयों के आत्मविश्वास पर धावा बोला था, उसकी भरपाई का एक ही तरीका था - भारत के हर नागरिक में एक बार फिर से आत्मविश्वास और गर्व का संचार करें। इसके लिए जरूरी था सरकार पर भरोसा। अंग्रेजों की परंपराओं के कारण, सरकार और लोगों के बीच विश्वास का एक व्यापक अंतर था। संदेह के बादल थे क्योंकि ब्रिटिश शासन के दौरान जो देखा गया था उसे बदलने के लिए आवश्यक गति का अभाव था। यह समय की मांग थी कि आम लोगों के जीवन में सरकार की उपस्थिति कम हो। उन्होंने कहा कि न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन! जहां जरूरत हो वहां सरकार की अनुपस्थिति नहीं होनी चाहिए लेकिन जहां जरूरत नहीं है वहां भी नहीं होनी चाहिए।
पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान से देश आगे बढ़ रहा
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले, जहाँ भी आप देखते थे, सब कुछ प्रगति पर होता था। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूँ, लेकिन अगर सड़क बनाई गई है, तो वह बिजली के लिए खोदी गई है, फिर पानी के लिए। इसे समाप्त करने के लिए, हमने सभी हितधारकों को एक मंच पर लाने के लिए प्रधान मंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान बनाया है।
स्टार्टअप्स से नवाचार हो रहा
पीएम मोदी ने कहा कि आज सरकार innovators के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर, उन्हें आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया अकेले सुरक्षित भविष्य के बारे में नहीं सोचता। यह जोखिम लेता है, यह नवाचार करता है, यह इनक्यूबेट करता है। मुझे याद है कि 2014 के आसपास हमारे देश में केवल 200-400 स्टार्टअप थे। आज देश में 68,000 से अधिक स्टार्टअप हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सभी वैश्विक मानकों का कहना है कि इनमें से कई दर्जन स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन गए हैं। यह केवल यूनिकॉर्न तक ही सीमित नहीं है, आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे देश में कई यूनिकॉर्न भी डिकान बन रहे हैं। इसका मतलब है कि वे 10 बिलियन अमरीकी डालर के स्तर को पार कर रहे हैं।
मेक इन इंडिया का असर, 50 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट
पीएम मोदी ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' आज आत्मनिर्भर भारत की ड्राइविंग फोर्स बन रही है। आत्मविश्वास से भरा भारत आज Process ही आसान नहीं कर रहा, बल्कि production linked incentives से investments को सपोर्ट भी कर रहा है। इसका बड़ा प्रभाव भारत से होने वाले एक्सपोर्ट्स पर भी दिख रहा है। अगर हम Goods and Services को देखें, तो पिछले साल, भारत से 670 बिलियन डॉलर यानि की करीब-करीब 50 लाख करोड़ रुपए का Export हुआ।
सोमवार की सुबह पीएम मोदी यूरोप दौरे पर रवाना हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने तीन दिवसीय यूरोप दौरे पर रवाना हो गए। अपनी यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, डेनमार्क के प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन सहित विश्व के नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है। यह पीएम मोदी की साल की पहली और यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पहली विदेश यात्रा है।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि मेरी यूरोप यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यह क्षेत्र कई चुनौतियों और विकल्पों का सामना कर रहा है। दौरे के दौरान यूक्रेन संघर्ष एक प्रमुख फोकस होगा, हालांकि मुख्य फोकस ऊर्जा, व्यापार और हरित विकास में सहयोग होगा।
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