
PM Modi Maldives visit: पीएम नरेंद्र मोदी ब्रिटेन की अपनी यात्रा के बाद शुक्रवार को मालदीव की राजधानी पहुंचे। राष्ट्रपति मुइज्जू सहित उनका कैबिनेट राजधानी माले (Male) के वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अगुवानी करने पहुंचा था। भारतीय प्रधानमंत्री का मालदीव में पारंपरिक गीतों और वंदे मातरम् के नारों के बीच किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा राष्ट्रपति मुइज्जू के निमंत्रण पर हो रही है जिसमें वे मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता दिवस (60th Independence Day of Maldives) के भव्य समारोह में 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में भाग ले रहे हैं। भारत ने 1965 में मालदीव की आज़ादी को सबसे पहले मान्यता दी थी और तभी से दोनों देशों के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए।
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यह प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव की तीसरी यात्रा है और खास बात यह है कि यह राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में किसी भी राष्ट्र प्रमुख की पहली आधिकारिक यात्रा है। दरअसल, मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत विरोधी अभियान जोर पकड़ लिया था जिससे दोनों देशों के संबंधों में काफी तनाव आए थे।
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि इस दौरान दोनों नेता भारत-मालदीव के बीच Comprehensive Economic and Maritime Security Partnership की प्रगति की समीक्षा करेंगे, जो अक्टूबर 2024 में राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान अपनाई गई थी। इसके साथ ही द्विपक्षीय सहयोग के तहत बुनियादी ढांचा विकास, रक्षा सहयोग, आर्थिक संपर्क और समग्र रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर भी चर्चा होगी।
1988 में मालदीव में तख्तापलट की कोशिश के दौरान भारत की त्वरित सैन्य मदद और फिर बिना देर किए सैनिकों की वापसी ने मालदीव की संप्रभुता को सुनिश्चित किया और भारत को एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में स्थापित किया।
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हालांकि, राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान 'India Out' अभियान को समर्थन दिया था लेकिन दिसंबर 2023 में दुबई में COP28 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और मुइज्जू की मुलाकात के बाद रिश्तों में सुधार देखा गया। अब दोनों देश द्विपक्षीय और आर्थिक साझेदारी को और मजबूती देने की दिशा में अग्रसर हैं।
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