
PM Modi Oman Visit 2025: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत और ओमान के बीच CEPA (Comprehensive Economic Partnership Agreement) यानी व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। यह समझौता दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार, रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास में एक नया दौर शुरू कर सकता है।
ओमान के कारोबारी नेताओं का मानना है कि CEPA सिर्फ़ एक दस्तावेज़ नहीं है, बल्कि यह भारत और ओमान के बीच निवेश, व्यापार और सेवाओं की संभावनाओं को बढ़ाने वाला बड़ा कदम है। खिम्जी रामदास ग्रुप के निदेशक अजय खिम्जी ने इसे “भारत और ओमान के लिए सम्मान” बताया और कहा कि यह दोनों देशों के बीच गहरे रणनीतिक विश्वास को भी साबित करता है। उनका कहना है कि CEPA से व्यापार में बाधाएं कम होंगी, आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार होगा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (OCCI) के उप चेयरमैन डेविस कल्लूकरन ने कहा कि CEPA ओमान के कारोबारी माहौल में एक बड़ा बदलाव लाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारत-ओमान व्यापार लगभग $12 बिलियन का है, लेकिन CEPA के लागू होने के बाद सीमा शुल्क और व्यापार बाधाओं में कमी के कारण यह कई गुना बढ़ सकता है।
कल्लूकरन ने यह भी कहा कि ओमान पश्चिमी देशों और अफ्रीका के लिए प्रवेश द्वार का काम कर सकता है, वहीं भारत को 1.4 अरब लोगों के विशाल बाजार तक पहुंच मिलेगी। इसका मतलब है कि दोनों देशों के लिए व्यापार और निवेश के नए अवसर खुलेंगे, साथ ही रोज़गार और तकनीकी विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
ओमान का विजन 2040 कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, खनन और लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर को प्राथमिकता देता है। इस योजना के तहत 2040 तक सालाना 11 मिलियन अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करना, लॉजिस्टिक्स से $36 बिलियन का राजस्व, मैन्युफैक्चरिंग से $26.8 बिलियन और डिजिटल अर्थव्यवस्था के GDP में योगदान को 5-10% तक बढ़ाना शामिल है। CEPA समझौता इन लक्ष्यों को हासिल करने में ओमान की मदद करेगा और भारत के साथ व्यापार के नए अवसर खोलेगा।
प्रधान मंत्री मोदी के मस्कट पहुंचने से पहले दोनों देशों के मंत्रियों और कारोबारी नेताओं की बैठक हो चुकी है। भारतीय राजदूत गोदावर्ती वेंकट श्रीनिवास ने इस दौरे को “बहुत सही समय पर” बताया और कहा कि 2018 के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में काफी प्रगति हुई है। श्रीनिवास के अनुसार, इस यात्रा में महामहिम सुल्तान हैथम बिन तारिक अल सईद के साथ बातचीत, प्रमुख भारतीय प्रतिनिधियों के साथ बिजनेस फोरम और छात्रों एवं समुदाय से संवाद शामिल हैं। इसके अलावा, मोदी की यात्रा रक्षा संबंधों को मजबूत करने में भी मदद करेगी।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।