
BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नरेंद्र मोदी ने कहा, "AI की उम्र में जब टेक्नोलॉजी हर सप्ताह अपडेट हो रही है, यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान के लिए स्वीकार्य नहीं है कि वह आठ साल में भी एक बार अपडेट नहीं हो। 20वीं सदी के टाइपराइटर 21वीं सदी के सॉफ्टवेयर नहीं चला सकते।"
उन्होंने कहा, "ग्लोबल साउथ प्रायः दोहरे मानदंडों का शिकार रहा है। चाहे विकास की बात हो, संसाधनों के वितरण की बात हो या सुरक्षा से जुड़े मुद्दों की, ग्लोबल साउथ के हितों को प्राथमिकता नहीं दी गई। जलवायु वित्त, सतत विकास और टेक्नोलॉजी तक पहुंच जैसे मुद्दों पर ग्लोबल साउथ को अक्सर नाममात्र के इशारों के अलावा कुछ नहीं मिला है।"
पीएम मोदी ने कहा, "20वीं सदी में गठित वैश्विक संस्थाएं 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में असमर्थ हैं। चाहे वह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चल रहे संघर्ष हों, महामारी हों, आर्थिक संकट हों या साइबरस्पेस में नई उभरती चुनौतियां हों। इन संस्थाओं के पास कोई समाधान नहीं है।"
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को लेकर पीएम ने X पर पोस्ट किया, "ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में 'शांति और सुरक्षा तथा वैश्विक शासन में सुधार' विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित किया। अपने विचार व्यक्त किए कि क्यों ग्लोबल साउथ की आवाज पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। क्यों जरूरी है कि वैश्विक संस्थाएं ग्लोबल साउथ को उनकी विश्वसनीयता और प्रभावशीलता के लिए पर्याप्त प्रतिनिधित्व दें।"
शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने X पर पोस्ट किया, "ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में शिखर सम्मेलन में साथी ब्रिक्स नेताओं के साथ, निकट सहयोग और साझा विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए। ब्रिक्स में अधिक समावेशी और न्यायसंगत वैश्विक भविष्य को आकार देने की अपार क्षमता है।"
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 'X' पर लिखा, "वैश्विक चुनौतियों से निपटने और साझा मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता। पीएम नरेंद्र मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के फोटो सेशन के लिए ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ शामिल हुए।"
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