18 साल पुरानी इस फोटो पर कनाडा के PM ने मांगी माफी, कहा- मुझे ये कभी नहीं करना था

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी दशकों पुरानी तस्वीर के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी और इस आचरण को ‘पूरी तरह से अस्वीकार’ बताया

Asianet News Hindi | Published : Sep 20, 2019 7:07 AM IST / Updated: Sep 20 2019, 12:58 PM IST

ओटावा (Canada). कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी दशकों पुरानी तस्वीर के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी और इस आचरण को ‘पूरी तरह से अस्वीकार’ बताया।  कनाडा में संघीय चुनाव से पहले ट्रूडो का चेहरे पर काले रंग के मेकअप वाली फोटो और वीडियो सामने आये हैं। खुद प्रधानमंत्री ने इसे ‘नस्लवादी’ करार दिया है।
 
लिबरल पार्टी के प्रमुख ट्रूडो ने कहा, ‘‘मैं इसे पूरी तरह से अस्वीकार योग्य मानता हूं। चाहे किसी भी परिस्थिति में या किसी भी संदर्भ में चेहरा काला किया गया हो, यह काले चेहरे के नस्लवादी इतिहास की वजह से अस्वीकार्य है। मुझे इस चीज को तब समझना चाहिए था और ऐसा कभी नहीं करना चाहिए था।’’

‘‘तथ्य यह है कि मैं यह नहीं समझ पाया था कि जिन लोगों के साथ रोजाना इस वजह से भेदभाव होता है, उनके लिए यह कितना दर्दनाक होगा। मैं हमेशा से इस चीज को समझता हूं कि मैं एक ऐसी जगह से आया हूं जहां मुझे विशेषाधिकार मिले हैं। लेकिन मुझे अब यह भी स्वीकार करने की जरूरत है कि मैं चीजों को देख नहीं पाया।’’

 

यह था मामला

उन्होंने गुरूवार को विनीपेग में चुनाव प्रचार के बाद एक सम्मेलन में यह बात कही। ट्रुडू ने खुद इस बात की पुष्टि की कि इस फोटो में नजर आ रहे शख्स वही हैं।  18 साल पहले की ‘अरेबियन नाइट्स’ थीम वाली एक पार्टी में काले-सफेद रंग की तस्वीर में उस वक्त 29 साल के रहे ट्रुडू एक पगड़ी और पोशाक पहने तथा चेहरे, गर्दन और हाथों का रंग स्याह किए हुए दिख रहे हैं। वे उस समय निजी स्कूल वेस्ट प्वाइंट ग्रे एकेडमी स्कूल में पढ़ाते थे।

 

चुनाव से पहले हुई तस्वीर वायरल 
अमेरिका की टाइम पत्रिका ने संघीय चुनाव प्रचार शुरू होने से महज एक हफ्ते पहले यह तस्वीर प्रकाशित की है, जहां ट्रुडू की लिबरल पार्टी और एंड्र्यू शीर के बीच कड़ा मुकाबला है। 2015 में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली ट्रुडू की पार्टी  नैतिकता में चूक और अन्य विवादों के चलते पहले से ही निशाने पर है। टाइम पत्रिका ने कहा कि यह तस्वीर एक निजी स्कूल वेस्ट प्वाइंट ग्रे एकेडमी की 2000-2001 वार्षिक पुस्तिका में नजर आई थी। ट्रूडू उस वक्त इस स्कूल में पढ़ाते थे।
 

[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है़]

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