
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia Ukraine War) का आज पांचवा दिन है। रूस के हमले से यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है। राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घमासान लड़ाई हुई। अब दोनों देश बातचीत के टेबल पर आए हैं। यूक्रेन का एक प्रतिनिधिमंडल रूसी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के लिए बेलारूसी सीमा पर पहुंचा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने यह जानकारी दी है।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस के साथ बातचीत के लिए शर्त रखी है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ बातचीत का असल मकसद सीजफायर है। रूस सीजफायर का ऐलान करे। रूसी सेना फौरन वापस लौटे। जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों से अपील की कि अपनी जान बचाओ और यूक्रेन को छोड़ दो। उन्होंने कहा कि यूक्रेन रूस के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के इच्छुक कैदियों को सैन्य अनुभव के साथ रिहा करेगा। इसके साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द यूक्रेन को यूरोपीय संघ (European Union) की सदस्यता दिए जाने की मांग की है।
रूस के 5300 सैनिकों की मौत
इस बीच भारत में रूस के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने दावा किया है कि यूक्रेन के साथ जंग में रूस के 5300 सैनिकों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि रूस के हवाई जहाजों के लिए यूरोप के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है। रूसी अर्थव्यवस्था हर दिन चरमरा रही है। रूस को अभूतपूर्व हताहत हो रहा है। लगभग 5,300 रूसी सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है।
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डॉ इगोर पोलिखा ने कहा कि हम अपने सभी विदेशी साझेदारों से अनुरोध कर रहे हैं कि युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव डालें। आज हमारा प्रतिनिधिमंडल पहले दौर की शांति वार्ता करने गया था। शांति वार्ता के दौरान भी लगातार गोलाबारी और बमबारी हुई। हमारे बहुत सारे नागरिक हताहत हो रहे हैं। 16 बच्चे मारे गए हैं।
4 लाख से अधिक हो गई शरणार्थियों की संख्या
पोलिखा ने कहा कि यूक्रेन के शरणार्थियों की संख्या 4 लाख को पार कर गई है। अगर जंग नहीं रुकी तो यह संख्या 70 लाख तक पहुंच सकती है। सीमा पर बहुत लंबी कतारें हैं। लाखों यूक्रेनियन कतार में खड़े हैं, सीमा पार करने की कोशिश कर रहे हैं।
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