
मॉस्को/कीव। यूक्रेन पर रूस का हमला (Russia Ukraine War) लगातार तीसरे दिन जारी है। शनिवार को पिछले दो दिनों की तुलना में हमला तेज हुआ है। लड़ाई अब यूक्रेन की राजधानी कीव समेत बड़े शहरों में पहुंच गई है। कीव में रूस और यूक्रेन की सेना के बीच घमासान लड़ाई चल रही है। कीव पर कई मिसाइल हमले हुए हैं। इनके चलते कई इमारतें ध्वस्त हो गईं हैं। रूसी सेना द्वारा किए गए हमले से यूक्रेन के 14 एयरफिल्ड और 19 कमांड पोस्ट तबाह हो गए हैं।
इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने शनिवार को कहा कि रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमले किए हैं। इन मिसाइलों को समुद्र में स्थित युद्धपोत और लड़ाकू विमानों से दागा गया। कोनाशेनकोव ने कहा कि रात के दौरान रूसी सशस्त्र बलों ने हवाई और समुद्र आधारित क्रूज मिसाइलों का उपयोग करके लंबी दूरी के सटीक हथियारों के साथ यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की सुविधाओं पर हमला किया। रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की 821 वस्तुओं को नष्ट कर दिया।
14 मिलिट्री एयरफिल्ड पर हुआ हमला
रूसी सेना ने 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट और संचार केंद्र, 24 एस-300 और ओसा एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन पर हमला किया है। कोनाशेनकोव ने दावा किया कि रूसी सेना के हमले में यूक्रेन के 7 लड़ाकू विमान, 7 हेलिकॉप्टर और 9 ड्रोन को मार गिराया गया। यूक्रेन के 87 टैंक और अन्य लड़ाकू बख्तरबंद वाहन, 28 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और विशेष सैन्य वाहनों की 118 इकाइयां नष्ट हो गईं। रूसी नौसेना ने 8 यूक्रेनी सैन्य नौकाओं को नष्ट कर दिया।
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कोनाशेनकोव ने कहा कि केवल सैन्य सुविधाओं पर हमला किया जा रहा है। आवासीय और सामाजिक बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि विशेष अभियान केवल यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे को लक्षित कर रहा है और नागरिक आबादी खतरे में नहीं है। मास्को का कहना है कि यूक्रेन पर कब्जा करने की उसकी कोई योजना नहीं है।
क्या है मामला?
बता दें कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।
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