रूस और यूक्रेन के बीज जारी जंग के चलते अब परमाणु युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने रक्षा प्रमुखों को देश के "प्रतिरोध बलों" को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है।
मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीज जारी जंग (Russia Ukraine war) के चलते अब परमाणु युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अपने रक्षा प्रमुखों को देश के "प्रतिरोध बलों" (Deterrence forces) को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर रूस के खिलाफ "असभ्य" कदम उठाने का आरोप लगाया है।
रूस के परमाणु हथियारों को न्यूक्लियर डेटेरेंट फोर्स संभालती है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था बुधवार को यूक्रेन के बारे में एक आपात बैठक आयोजित करेगी। इस बैठक में 35 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पुतिन के इस फैसले का अमेरिका ने विरोध किया है। वहीं, नाटो के प्रमुख जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि व्लादिमीर पुतिन का रूसी सेना को अपने परमाणु बलों को उच्चतम स्तर पर अलर्ट पर रखने का आदेश "खतरनाक" और "गैर-जिम्मेदार" है।
यूक्रेन बातचीत के लिए तैयार
दूसरी ओर आज देर रात यूक्रेन और रूस के डेलिगेशन बेलारूस और यूक्रेन को जोड़ने वाली सीमा पर बातचीत करने जा रहे हैं। यूक्रेन का कहना है कि वह रूस के साथ बेलारूस के साथ अपनी सीमा पर चेरनोबिल अपवर्जन क्षेत्र (Chernobyl exclusion zone) के पास बात करने को तैयार है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और बेलारूसी नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद यूक्रेन इसके लिए तैयार हुआ।
जेलेंस्की ने रूसी मीडिया के उस दावे का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि वे बेलारूस में बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। जेलेंस्की ने साफ किया है कि बेलारूस में बातचीत नहीं होगी। जेलेंस्की ने कहा कि बेलारूस के राष्ट्रपति ने जिम्मेदारी ली है। हम बिना किसी शर्त के बेलारूस की सीमा पर रूस के साथ बातचीत को तैयार हैं।
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2 लाख लोग यूक्रेन से भागे
बता दें कि रविवार तड़के यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूसी सेना के घुसने के बाद यूक्रेन की सेना ने सड़कों पर रूसी सैनिकों से मुकाबला किया। रविवार दोपहर को खार्किव के गवर्नर ओलेह सिनयेहुबोव ने शहर पर यूक्रेन के नियंत्रण को दोहराया। इससे पहले, कीव में विस्फोटों की आवाज सुनी गई थी। राजधानी में लोगों को संभावित रूसी हवाई हमले के कारण तुरंत शरण लेने की चेतावनी दी गई थी। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रूसी सैनिकों द्वारा आक्रमण करने के बाद से 200,000 से अधिक लोग यूक्रेन से भाग गए हैं।
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