वर्ल्ड डेस्क। विद्रोहियों द्वारा राजधानी दमिश्क पर कब्जा किए जाने के साथ ही सीरिया के राष्ट्रपति रहे बशर अल असद के हाथ से सत्ता चली गई। उन्हें जान बचाने के लिए रूस भागना पड़ा। सत्ता जाने के बाद उन्हें अपनी निजी जिंदगी में भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनकी पत्नी अस्मा अल-असद ने तलाक की अर्जी लगाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार असमा मॉस्को में अपने जीवन से संतुष्ट नहीं हैं। वह अपने गृहनगर लंदन में शिफ्ट होना चाहती हैं।
बीबीसी के अनुसार ब्रिटिश-सीरियाई नागरिक अस्मा का जन्म और पालन-पोषण लंदन में सीरियाई माता-पिता के यहां हुआ था। वह 25 साल की उम्र में 2000 में सीरिया चली गईं और उसी साल बशर अल-असद से शादी कर ली थी। अस्मा की उम्र अब 49 साल हो गई है। उन्होंने रूस की अदालत में तलाक के लिए आवेदन दाखिल किया है। इसके साथ ही मॉस्को छोड़ने की खास इजाजत मांगी है। रूस के अधिकारी उनकी याचिका पर गौर कर रहे हैं।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में बशर अल-असद और उनके परिवार (जिसमें अस्मा भी शामिल थी) को मास्को में शरण दी गई थी। हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व वाले विद्रोहियों ने असद सरकार को नाटकीय ढंग से उखाड़ फेंका था। इसके साथ ही सीरिया पर असद परिवार के पांच दशक के शासन का अंत हो गया था। HTS को अमेरिका ने आतंकवादी संगठन घोषित किया था। सीरिया की सत्ता पर काबिज होने के बाद अमेरिका ने HTS के नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी के सिर पर रखा गया 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम हटा लिया है।
बशर अल-असद 24 साल तक सीरिया के राष्ट्रपति रहे। उन्होंने 2000 में पद संभाला था। इससे पहले 1971 से 2000 तक बशर के पिता हाफिज अल-असद सीरिया के राष्ट्रपति थे। रूस ने बशर और उनके परिवार को शरण देने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। माना जाता है कि बशर अल-असद को रूस में कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें मास्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है।
रूसी अधिकारियों ने उनकी धनराशि और संपत्ति जब्त कर ली है। इसमें 270 किलोग्राम सोना, 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं। सऊदी और तुर्की की रिपोर्टों के अनुसार बशर अल-असद के भाई माहेर अल-असद को रूस में शरण नहीं दी गई है। वह और उनका परिवार नजरबंद हैं। माहेर के शरण अनुरोध पर समीक्षा की जा रही है।
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