
लंदन। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में काम कर चुके दुनिया के सबसे उम्रदराज स्कूबा डाइवर ने अपने जन्मदिन पर साइप्रस से गोता लगाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बता दें कि 96 साल के हो चुके रे वूली पिछले 59 साल से स्कूबा डाइविंग कर रहे हैं। उन्होंने अपना 96वां जन्मदिन करीब 42.4 मीटर (139 फीट) की गहराई पर साइप्रस की शिपरेक साइट पर 48 मिनट बिता कर मनाया। शिपरेक साइट्स पर पुराने जहाजों के पार्ट-पुर्जों को अलग-अलग किया जाता है।
पहले क्या था रिकॉर्ड
मूल रूप से साइप्रस के रहने वाले वूले का पिछला रिकॉर्ड 44 मिनट तक 40.6 मीटर (133 फीट) का था, जिसे उन्होंने पिछले साल सितंबर में उसी जगह पर बनाया था।
लगातार तीसरे साल बनाया रिकॉर्ड
वूले ने यह यह रिकॉर्ड लगातार तीसरे वर्ष बनाया है। उन्होंने 2017 और 2018 में भी स्कूबा डाइविंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रिकॉर्ड बनाया था। 2017 का रिकॉर्ड 41 मिनट 38.1 मीटर (125 फीट) की अधिकतम गहराई के साथ था, जब 94 साल की उम्र में वह दुनिया के सबसे उम्रदराज गोताखोर बन गए।
ब्रिटिश सेना में क्या थे वूली
वूली सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटिश सेना में रेडियो ऑपरेटर थे। साल 1980 में ये जेनोबिया नाम के एक कार्गो जहाज का पता लगाने के लिए बनाई गई 47 गोताखोरों की टीम में शामिल किए गए। यह कार्गो जहाज 1980 में लारनाका से पहली बार रवाना हुआ था।
क्या कहा वूली ने
वूली ने कहा कि उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि मैं 59 वर्षों से डाइविंग कर रहा हूं और अगर मेरे दोस्त मेरे साथ डाइविंग करने को तैयार हों तो मैं अगले साल भी गोता लगाऊंगा। इस मौके पर वूली का उत्साह देखने लायक था।
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