अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वो आयात शुल्क लगाने के अपने फैसले पर अड़े हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि अप्रैल से अमेरिका में आयात होने वाली गाड़ियों पर शुल्क लगेगा। ट्रंप के इस बयान से साफ़ है कि दो महीने बाद लागू होने वाले इस शुल्क के बारे में अमेरिकी सरकार पहले ही फैसला ले चुकी है। अभी ये साफ़ नहीं है कि सभी तरह की गाड़ियों पर आयात शुल्क लगेगा या नहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सिर्फ़ इतना कहा है कि इस बारे में पूरी जानकारी 2 अप्रैल को दी जाएगी।
अमेरिका में बिकने वाली कुल कारों में से 50% देश में ही बनती हैं। बाकी 25% मेक्सिको और कनाडा से आयात की जाती हैं। बाकी 25% गाड़ियाँ दुनिया के दूसरे बड़े वाहन निर्माता देशों से आती हैं। इन देशों में जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और स्वीडन शामिल हैं।
इस बीच, अमेरिका की कई वाहन निर्माता कंपनियों ने मेक्सिको और कनाडा पर ट्रंप द्वारा लगाए गए शुल्क की आलोचना की है। अमेरिका की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड के सीईओ जिम फ़ार्ले ने ट्रंप के इस कदम का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा व्यापार समझौते के तहत, उत्तरी अमेरिका में अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को जोड़ने वाली अमेरिकी कंपनियों के लिए दोनों देशों पर शुल्क लगाना नुकसानदेह है। ट्रंप सरकार ने दोनों देशों पर 3 फरवरी को घोषित किए गए शुल्क को 30 दिनों के लिए टाल दिया है।