
India US Tariff War: कई दौर की बातचीत के बावजूद भारत और अमेरिका अपने अहम मतभेद दूर नहीं कर पाए हैं। इसी बीच अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड ल्यूटनिक ने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को भारत और ब्राजील की नीतियों में सुधार करने की जरूरत है। हालांकि, इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया था, जिसमें 25 प्रतिशत का पेनल्टी टैरिफ भी शामिल था।
ल्यूटनिक ने एक अमेरिकी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत और ब्राजील को अपने बाजार खोलने चाहिए और ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करनी चाहिए जिससे अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचे। रूस से तेल खरीदने के मामले पर उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा खरीद को राष्ट्रीय हित मानता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत, ब्राजील और ताइवान जैसी देशों की नीतियों में सुधार करना जरूरी है। उनका कहना था कि यह इसलिए जरूरी है क्योंकि अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्ते उलझे हुए हैं।
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अमेरिका लंबे समय से भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में मतभेद की वजह से समझौता नहीं हो पाया है। अभारत-अमेरिका के बीच बातचीत फिर से आगे बढ़ेगी या नहीं, यह देखा जाना बाकी है। हाल ही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका दौरे पर गए थे। उनके दौरे से दोनों देशों के संबंधों में नई दिशा मिल सकती है। इसके अलावा एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ मीटिंग की और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने के कारण भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जिसमें उन्होंने पहले 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था बाद में 25 प्रतिशत पेनल्टी टैरिफ भी लगाया गया।
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