अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है। उन्होंने पुतिन को यूक्रेन के साथ तनाव कम करने को कहा है। दोनों नेताओं के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई।
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से बात की है। उन्होंने पुतिन को यूक्रेन के साथ तनाव कम करने को कहा है। इसके साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी देश निश्चित रूप से इसका जवाब देंगे।
जो बाइडेन और व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर करीब 50 मिनट बात हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस के अनुसार दोनों राष्ट्राध्यक्ष के बीच अमेरिकी समय अनुसार 3:35 PM से 4:25 PM के बीच बातचीत हुई। बातचीत के दौरान जो बाइडेन ने पुतिन से यूक्रेन के साथ तनाव कम करने का आग्रह किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर रूस यूक्रेन पर और आक्रमण करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी निर्णायक रूप से जवाब देंगे।
इसके साथ ही जो बाइडेन ने अगले साल की शुरुआत में द्विपक्षीय रणनीतिक स्थिरता वार्ता के साथ कूटनीति के लिए समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन संवादों में महत्वपूर्ण प्रगति केवल दोनों के देशों के बीच तनाव कम होने पर ही हो सकती है। तनाव की स्थिति में इस संबंध में प्रगति नहीं हो सकती। बता दें कि
अमेरिक और रूस के राष्ट्रपति के बीच जिनेवा में 10 जनवरी को होने वाली वार्ता से पहले यह बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने सात दिसंबर को वीडियो कॉल पर बात की थी। उस बैठक के दौरान दोनों नेता यूक्रेन सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर यूरोप में सुरक्षा पर बातचीत जारी रखने के लिए दूतों की नियुक्ति पर सहमत हुए थे। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह फोन कॉल रूसी अधिकारियों के आग्रह पर किया गया था।
यूक्रेन की सीमा पर रूस ने तैनात किए हैं सैनिक
गौरतलब है कि यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस के 90 हजार से ज्यादा सैनिक सीमा पर जुटे हैं और उनके साथ बख्तरबंद गाड़ियां और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां भी मौजूद हैं। इसी को लेकर यूक्रेन और नाटो गठबंधन चिंतित है कि रूस किसी तरह के आक्रमण की कोई योजना तो नहीं बना रहा है। उधर रूस का कहना है कि यूक्रेन ने 1 लाख 20 हजार सैनिकों को सीमा पर तैनात कर रखा है और वह पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र को दोबारा हासिल करने में लगा हुआ है। यूक्रेन ने इस आरोप को गलत ठहराया है।
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