
वाशिंगटन। यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले के बाद दुनिया के देशों ने रूस पर विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगाते हुए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। रूस पर लगातार हमलावर हो रहे नाटो देशों (NATO) और यूरोपियन यूनियन (European Union), उन देशों पर भी नजर गड़ाए हुए है जो किसी तरह से रूस को मदद पहुंचा सकते हैं। सोमवार को अमेरिका ने रूस के करीबी चीन व अन्य देशेां को साफ तौर पर चेताया कि अगर किसी ने किसी भी प्रकर से मदद की कोशिश की तो दुनिया के अन्य देशों के निशाने पर रहेगा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जारी की चेतावनी
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट (US department of State) के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने कहा कि हम बहुत करीब से देख रहे हैं कि चीन या कोई अन्य देश किस हद तक सहायता प्रदान करता है। यह सहायता चाहे वह रूस को भौतिक, आर्थिक या वित्तीय सहायता हो। दुनिया में कहीं से भी ऐसा कोई भी समर्थन हमारे लिए बहुत चिंता का विषय होगा। ऐसे देशों के बारे में भी सोचा जाएगा।
अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार मिले चीन के राजनेताओं से
दुनिया में रूस (Russia) को अलग-थलग करने के लिए अमेरिका कूटनीतिक स्तर पर भी प्रयासरत है। काफी दिनों से अमेरिका-चीन (US - China conflict) के बीच आ रही तल्खी को कम करने का अमरीका ने पहल की है। यूएस ने यूक्रेन सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत की पहल की है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (US National Security Advisor) जेक सुलिवन (Jake Sullivan) ने रोम (Rome) में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य (Chinese Communist Party Politburo Member ) और विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के निदेशक यांग जिची (Yang Jiechi) से मुलाकात की। दोनों देशों के जिम्मेदारों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध की चर्चा सहित अमेरिका-चीन संबंधों में कई मुद्दों पर चर्चा की है।
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