
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI के संस्थापक इमरान खान को लेकर एक बड़ा रहस्य गहराता जा रहा है। अगस्त 2023 से जेल में बंद इमरान खान की हेल्थ, सेफ्टी और लोकेशन को लेकर पिछले कुछ दिनों में कई तरह की अफवाहें फैल चुकी हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि इमरान को कस्टडी में नुकसान पहुंचा है, जबकि पाकिस्तानी अधिकारी लगातार इन खबरों को झूठा बता रहे हैं। लेकिन इसी बीच इमरान खान के बेटे कासिम खान का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें अपने पिता के जिंदा होने का सबूत चाहिए। इस अपील ने पूरे मामले को और ज्यादा गंभीर बना दिया। इमरान खान की सेहत कैसी है? वह जेल में सुरक्षित हैं या नहीं? और सबसे बड़ा सवाल-आखिर वह हैं कहां? इन सारे सवालों के जवाब पाकिस्तान की सरकार खुलकर नहीं दे रही। यही वजह है कि यह मामला अब सिर्फ पाकिस्तान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भारत में भी चर्चा का विषय बन गया है।
कांग्रेस MP शशि थरूर ने भी इमरान खान को लेकर उठ रहे शक और चुप्पी पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि कई दिनों से जारी अफवाहें और परिवार की लगातार अपीलें यह दिखाती हैं कि मामला वास्तव में गंभीर हो चुका है। थरूर का मानना है कि जब किसी देश के पूर्व प्रधानमंत्री को लेकर इतनी अनिश्चितता हो, तो सरकार का खामोश रहना बिल्कुल ठीक नहीं लगता।
इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं और करप्शन केस में 14 साल की सज़ा काट रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में उनकी हालत को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल गई हैं। कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में तो यह तक कहा गया कि उन्हें “कस्टडी में नुकसान पहुंचाया गया।” हालांकि पाकिस्तान सरकार ने इन दावों को गलत बताया है, लेकिन फिर भी कोई ठोस सबूत या वीडियो सामने नहीं आया है।
यह मामला इसलिए और ज्यादा रहस्यमयी हो गया है क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक मेडिकल रिपोर्ट, वीडियो, फोटो या बयान सामने नहीं आया है। सिर्फ इतना कहा गया कि “इमरान खान ठीक हैं।” लेकिन जब परिवार खुद अनजान हो, तब इस तरह के साधारण बयान शक को और बढ़ा देते हैं। लोगों का सवाल यही है कि अगर सब ठीक है, तो फिर सरकार को सबूत देने में दिक्कत क्या है?
इमरान खान के बेटे कासिम खान ने पब्लिक मैसेज में कहा कि उन्हें सिर्फ एक बात चाहिए कि “मेरे पिता के ज़िंदा होने का सबूत।” किसी भी परिवार का इतना बड़ा सवाल तभी सामने आता है जब उन्हें सही जानकारी नहीं दी जा रही होती। कासिम की इस अपील ने पूरे मामले को बेहद भावुक और संवेदनशील बना दिया है, क्योंकि यह दिखाता है कि परिवार को भी भरोसा नहीं है कि इमरान खान सुरक्षित हैं।
सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि इमरान को कस्टडी के दौरान चोट लगी। PTI नेताओं ने इसे फेक बताया, लेकिन कोई अधिकारी सीधा सबूत लेकर सामने नहीं आया। वहीं कुछ लोग इसे राजनीति और अफवाह बताकर खारिज कर रहे हैं। यही अस्पष्टता पूरे मामले को ‘मिस्ट्री डेथ फीलिंग’ की तरह खड़ा कर रही है। सच क्या है-इसका जवाब सिर्फ पाकिस्तान सरकार ही दे सकती है। पर सवाल वही कि सरकार बोल क्यों नहीं रही?
थरूर ने साफ कहा कि चाहे यह पाकिस्तान का अंदरूनी मामला हो, लेकिन एक इंसान की सुरक्षा सबसे जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि दुनिया भर में लाखों लोगों के पसंदीदा क्रिकेटर भी रहे हैं। लोग जानना चाहते हैं कि उनके साथ क्या हो रहा है?
थरूर का यह बयान भी संकेत देता है कि यदि पाकिस्तान जल्द स्पष्ट जानकारी न दे, तो मामला अंतरराष्ट्रीय मानवीय चिंता के दायरे में जा सकता है।
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