Who is Balvinder Singh Sahni: दुबई (Dubai) की एक अदालत ने भारतीय मूल के अरबपति व्यवसायी बलविंदर सिंह सहनी (Balvinder Singh Sahni) को मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और फाइनेंशियल फ्रॉड (Financial Fraud) के मामले में दोषी ठहराया है।
बलविंदर सिंह सहनी को कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए पांच साल की सजा और 5 लाख दिरहम (₹1.14 करोड़) का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने साथ ही 150 मिलियन दिरहम (₹344.6 करोड़) की अवैध संपत्ति जब्त करने और सजा पूरी होने के बाद देश से डिपोर्ट (Deport from UAE) करने का भी आदेश दिया।
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बलविंदर सिंह सहनी को क्यों हुई सजा?
2024 में Bur Dubai पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई इस केस की जांच में सामने आया कि सहनी ने 150 मिलियन दिरहम की रकम शेल कंपनियों और फर्जी इनवॉइस के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घुमाई। इस हाई-प्रोफाइल नेटवर्क में कुल 34 आरोपी शामिल थे, जिनमें सहनी का बेटा भी शामिल है।
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बलविंदर सिंह सहनी को लेकर कोर्ट ने क्या कहा?
दुबई की चौथी आपराधिक अदालत (Dubai Fourth Criminal Court) ने शुक्रवार को दिए अपने फैसले में कहा कि सहनी और उनके सहयोगियों ने शेल कंपनियों के जरिये संदिग्ध वित्तीय लेनदेन को अंजाम दिया।
तीन कंपनियों पर 50-50 मिलियन दिरहम का जुर्माना भी लगाया गया है। कुछ आरोपियों को एक साल की सजा और AED 200,000 का जुर्माना दिया गया है। कई आरोपी गैरहाजिर रहते हुए भी दोषी करार दिए गए।
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कौन हैं बलविंदर सिंह सहनी उर्फ अबू सबा (Who is Abu Sabah)
53 वर्षीय सहनी RSG Group के चेयरमैन और फाउंडर हैं। उनकी कंपनी दुबई, अमेरिका और भारत समेत कई देशों में रियल एस्टेट कारोबार करती है। उनकी संपत्तियों में क़ासर सबा (Qasr Sabah), बर्ज सबा (Burj Sabah), बिजनेस बे (Business Bay) की कमर्शियल बिल्डिंग्स और एक फाइव स्टार होटल 'Sabah Dubai' शामिल हैं। सहनी को दुबई में'अबू सबा' (Abu Sabah) के नाम से जाना जाता है।
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लग्ज़री लाइफ और सोशल मीडिया स्टार
अबू सबा न सिर्फ दुबई की अमीर हस्तियों में गिने जाते हैं बल्कि लग्जरी कार कलेक्शन के लिए भी मशहूर हैं। 2016 में उन्होंने 33 मिलियन दिरहम में कार नंबर प्लेट 'D5' खरीदी थी। सोशल मीडिया पर उनके करीब 3.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वे अक्सर नीले रंग की कंदूरा और बेसबॉल कैप में नजर आते हैं।
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क्या कहती है जांच
Public Prosecution को मिले दस्तावेजों और इंटरनेशनल फाइनेंशियल लिंक ने सहनी के खिलाफ सबूतों को पुख्ता किया। कोर्ट ने कहा कि अपराध सुनियोजित तरीके से किया गया और अवैध गतिविधियों से कमाई गई रकम को दुबई और विदेशों में चलाए जा रहे नेटवर्क से सफेद किया गया।