
वाशिंगटन: विश्व बैंक ने कोरोनोवायरस के प्रकोप से निपटने में विभिन्न देशों की मदद करने के लिए 12 अरब डॉलर के सहायता पैकेज की घोषणा की। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने संवाददाताओं से कहा, “इसका मकसद जरूरतमंद देशों को तेजी से प्रभावी सहायता मुहैया कराना है।”
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के प्रसार को रोकने की जद्दोजहद में ऐसे गरीब देशों पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को पहचानना जरूरी है, जिनके पास इससे लड़ने के कम साधन हैं।
धनराशि दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए
विश्व बैंक ने एक बयान में कहा कि यह धनराशि खासतौर से दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए है और इसका इस्तेमाल चिकित्सा उपकरणों या स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किया जा सकता है और इसमें विशेषज्ञता तथा नीतिगत सलाह भी शामिल हैं।
चीन में दिसंबर में सामने आए कोरोना वायरस से दुनिया भर में 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 90,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। मलपास ने कहा कि यह सहायता उन देशों को दी जाएगी, जो मदद के लिए अनुरोध करेंगे। बैंक कई सदस्य देशों के संपर्क में है, लेकिन उन्होंने किसी खास देश का उल्लेख नहीं किया, जिसे सबसे पहले सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “मुख्य बात तेजी से कदम उठाना है। जिंदगियों को बचाने के लिए रफ्तार जरूरी है।”
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)
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