कोरोना संकट के दौर में भारत की वैक्सीन मैत्री से दुनिया के अधिकतर देश खुश हैं। भारत अपने नागरिकों को ही नहीं मित्र देशों को भी फ्री में वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने भारत की इस पहल की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत के घरेलू स्तर पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने से वे खुश हैं और इसपर भारत के साथ मिलकर काम भी कर रहे हैं।
वाशिंगटन। कोरोना संकट के दौर में भारत की वैक्सीन मैत्री से दुनिया के अधिकतर देश खुश हैं। भारत अपने नागरिकों को ही नहीं मित्र देशों को भी फ्री में वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने भारत की इस पहल की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत के घरेलू स्तर पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने से वे खुश हैं और इसपर भारत के साथ मिलकर काम भी कर रहे हैं।
भारत वैश्विक स्तर पर वैक्सीन का बड़ा निर्माता
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की बैठक से पहले मीडिया से बात करते हुए विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने कहा, घरेलू स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम में तेजी लाने के प्रयासों की तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार उनका संपर्क सीरम इंस्टीट्यूट के साथ हुआ है और भारत वैश्विक स्तर पर वैक्सीन का निर्माण करने वाला एक बड़ा निर्माता है। वैक्सीन के जरिए अन्य देशों को सहायता देने के लिए पारदर्शिता को बढ़ावा दिया गया है।
विकासशील देशों को जल्द से जल्द उपलब्ध कराई वैक्सीन
विश्व बैंक अध्यक्ष ने कहा कि भारत के घरेलू स्तर पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया काफी बेहतर है। वह भारत के साथ मिलकर काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम जो वैक्सीनेशन अभियान चला रहे हैं, उसके स्तर को बढ़ाने के लिए कई लोगों की आवश्यकता पड़ेगी। मालपास ने कहा कि विकासशील देशों को जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराई जाए क्योंकि वैक्सानेशन की प्रक्रिया में बहुत समय लगता है।
भारत ने कई देशों को उपलब्ध कराई है वैक्सीन
भारत ने वैक्सीन मैत्री अभियान के तहत कई देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराई है। इन देशों में बांग्लादेश, मालदीव, भूटान, श्रीलंका और अन्य कई प्रमुख देश शामिल हैं।