ये है दुनिया की पहली फोटो, 194 साल पहले 8 घंटे में डामर की प्लेट से खींची गई थी ये तस्वीर

कहते हैं कि एक फोटो 1000 शब्दों के बराबर होती है। यह बिना किसी शब्द या आवाज के ही अपनी पूरी बात कह देती है। आज वर्ल्ड फोटोग्राफी डे है। ऐसे में हम आपको दुनिया की पहली फोटो के बारे में बता रहे हैं। खास बात यह है कि दुनिया की सबसे पहली फोटो का इतिहास 194 साल पुराना है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 19, 2020 3:56 AM IST

नई दिल्ली. कहते हैं कि एक फोटो 1000 शब्दों के बराबर होती है। यह बिना किसी शब्द या आवाज के ही अपनी पूरी बात कह देती है। आज वर्ल्ड फोटोग्राफी डे है। ऐसे में हम आपको दुनिया की पहली फोटो के बारे में बता रहे हैं। खास बात यह है कि दुनिया की सबसे पहली फोटो का इतिहास 194 साल पुराना है। इस तस्वीर को खींचने से पहले तैयारी में 6 साल लगे थे। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर हम आपको पहली तस्वीर की दिलचस्प कहानी बता रहा हैं। 

दुनिया की पहली फोटो 1826 में फ्रांस में खींची गई थी। इसे फ्रांस के जुझारू इनवेंटर जोसेफ नाइसफोर और उनके मित्र लुइस डॉगेर ने खींचा था। दोनों ने अपनी आधी उम्र इस काम के लिए समर्पित कर दी थी। दोनों ने जिस प्रोसेस से फोटो खींची थी, उसे 'डॉगेरोटाइप' कहते हैं। इसे सम्मान देने के लिए ही  वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है। 

1826 में खींची फोटो, 1839 से मनाया गया यह दिन
1826 में  दुनिया की पहली फोटो खींची गई थी। फ्रेंच एकेडमी ऑफ साइंसेज ने इस प्रक्रिया का 9 जनवरी, 1839 को ऐलान किया। इसके बाद 19 अगस्त, 1839 को फ्रांस सरकार ने इस प्रोसेस को बिना कॉपीराइट दुनिया को उपहार के तौर पर देने का ऐलान किया। तभी से 19 अगस्त को यह दिन मनाया जाने लगा। 
  
कैसे खींची गई थी तस्वीर
पूर्वी फ्रांस के सैंट-लूप-डे-वैरेनीज में रहने वाले जोसेफ नाइसफोर का जन्म 1765 में हुए थे। वे साइंस के प्रोफेसर भी रहे। लेकिन कला में रुचि और विज्ञान की मदद से उन्होंने फोटोग्राफी मशीन बनाने की ठानी। 

नाइसफोर ने 1826 में वसंत के दिन पहली फोटो खींची। लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं था कि फोटो खींचनी किसकी है। जोसेफ ने अपनी खिड़की पर खड़े होकर अचानक से एख फोटो खींची। इसमें बाहर का दृश्य कैप्चर हो गया। बस यही दुनिया पहली पहली तस्वीर बन गई। इसे नाम दिया गया, 'व्यू फ्रॉम द विंडो एट ली ग्रास'।

6 साल की तैयारी के बाद 8 घंटे में ली गई तस्वीर
 नाइसफोर के लिए दुनिया की पहली फोटो खींचना इतना आसान नहीं था। उन्होंने और उनके मित्र लुइस डॉगेर इसके लिए 1820 से मेहनत कर रहे थे। वे कई बार असफल भी हुए। पहले दोनों ने टिन और कॉपर जैसी मेटल पर फोटो उतारने की कोशिश की थी। यह कोशिश असफल साबित हुई। इसके बाद यह बिटुमिन-एसफाल्ट यानी डामर की प्लेट पर प्रयोग किया गया। 
 
बताया जाता है कि 18वीं सदी में ही कैमरा बन गया था। लेकिन फोटो प्लेट नहीं बनी थी। इसके समस्या को निपटाने के लिए जोसेफ और लुइस ने डॉगेरोटाइप प्रक्रिया खोजी। इसके बाद दोनों को पहली फोटो लेने में 6 साल लगे। इस फोटो को 'ऑब्सक्यूरा' नाम के कैमरे से लिया गया था। फोटो खींचने की पूरी प्रक्रिया में 8 घंटे का वक्त लगा था। 

कब खींची गई दुनिया की पहली कलर फोटो
कलर फोटो को दुनिया के सामने लाने वाले पहले शख्स स्कॉटलैंड के वैज्ञानिक जेम्स क्लर्क मैक्सवेल थे। 17 मई 1861 में दुनिया की पहली रंगीन फोटो क्लिक की गई थी। साथ ही कलर फोटोग्राफी में थॉमस सटन का भी विशेष योगदान माना जाता है। उन्होंने एसएलआर कैमरे का आविष्कार किया था। इतना ही नहीं 1959 में पैनोरोमिक कैम, वाइड एंगल से दुनिया को रुबरू कराने वाले थॉमस ही थे।

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