Cars
काले रंग की कार का अपना ही क्रेज होता है। इसका लुक कमाल का होता है। सड़क पर चलती है तो अलग ही फील देती है लेकिन इसके नुकसान भी होते हैं।
BASF के आंकड़े के मुताबिक, साल 2022 में भारत में 40% लोगों ने व्हाइट और सिर्फ 10 प्रतिशत ने ही ब्लैक रंग की कार खरीदी थी। हर 100 में से 10 कार ब्लैक है।
ब्लैक कार भले ही चलने में रुतबेदार लगती हैं लेकिन इसके कई नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए काले रंग की कार खरीदने से पहले 5 नुकसान जान लेना चाहिए।
ब्लैक कार गर्मी ज्यादा सोखती है। इस कारण इसका इंटीरियर ज्यादा गर्म हो जाता है। धूप में इसका केबिन ज्यादा गर्म हो जाती है।
जब धूप में काले रंग की कार ज्यादा हीट हो जाती है, तब कार को ठंडी करने के लिए ज्यादा देर तक एसी चलाना पड़ता है। जिससे खर्च बढ़ जाता है।
काले रंग की कार में हल्की गंदगी और स्क्रैच जल्दी दिखता है। इससे कार का लुक बिगड़ जाता है और उसे रिपेंट कराने का खर्च ज्यादा आता है।
ब्लैक कार में कलर फेडिंग की समस्या ज्यादा आती है। धूप में खड़ी करने से उसका रंग उड़ने लगता है और चमक फीकी पड़ जाती है।
काले रंग की कार में रात के समय विजिबिलिटी की समस्या ज्यादा होती है। काला रंग काफी कम रोशनी रिफ्लेक्ट करता है, जिससे दूसरों को कार ठीक से नहीं नजर आती।