अडानी ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के 2023-24 की आखिरी तिमाही के नतीजे आ गए हैं। चौथी तिमाही में कंपनी को बड़ा घाटा हुआ है।
जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 38% घटकर 450 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 722 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया था।
अडानी एंटरप्राइजेज के लिए अच्छी खबर ये है कि सालाना आधार पर उसका रेवेन्यू 1 प्रतिशत बढ़ गया है। पिछले साल कंपनी का रेवेन्यू 28,944 करोड़ था, जो इस बार 29,180 करोड़ रहा।
2023-24 के पूरे वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 32% बढ़ा है। FY24 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड मुनाफा 3,240.78 करोड़ है, जो वित्त वर्ष FY23 में 2,472.94 करोड़ रुपए रहा था।
कंपनी के मुनाफे में गिरावट की मुख्य वजह एक्सेप्शनल एक्सपेंडिचर और कच्चे माल की लागत में इजाफे को माना जा रहा है।
घाटे के बावजूद अडानी एंटरप्राइजेज के बोर्ड ने शेयरधारकों को 1.3 रुपए का डिवेडेंड यानी लाभांश देने की मंजूरी दी है।
नतीजे आने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 0.49% गिरावट रही और ये 3,039 रुपए पर क्लोज हुआ। माना जा रहा है कि शुक्रवार 3 मई को शेयर में और गिरावट आ सकती है।
वहीं शेयर में गिरावट के चलते अडानी एंटरप्राइजेज का मार्केट कैप भी 3.46 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। शेयर का 52 वीक हाई 3350 और लो 1785 रुपए है।