लक्षद्वीप 36 छोटे-छोटे द्वीपों से मिलकर बना है। जहां करीब 64,000 लोग रहते हैं। इनमें से करीब 96 प्रतिशत लोग मुसलमान हैं। लक्षद्वीप 32 वर्ग किलोमीटर में बसा है।
लक्षद्वीप में सिर्फ 10 आईलैंड पर ही लोग रहते हैं। इनमें कवाराट्टी, अगाट्टी, अमिनी, कदमत, किलातन, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय है। कवाराट्टी राजधानी है।
लक्षद्वीप की मुख्य भाषा मलयालम है। ज्यादातर लोग यही भाषा बोलते हैं। कुछ लोग मह्हे बोली बोलते हैं, जिसकी लिपि धिवेही है। यह भाषा मालदीव में भी बोली जाती है।
लक्षद्वीप के आय का मुख्य जरिया समुद्री संसाधनों पर ही है। पर्यटन से लेकर मछली पकड़ने तक का काम लोग करते हैं। यहां सबसे ज्यादा नारियल की खेती होती है।
लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश में मछली की 600 से ज्यादा प्रजातियां मिलती हैं। इनमें से 78 से ज्यादा कोरल मछली की प्रजाति है।
लक्षद्वीप ऐसा आइलैंड है, जहां सांप-कुत्ते नहीं पाए जाते हैं। पर्यटकों को कुत्ता लेकर आने की इजाजत नहीं है। कावरट्टी द्वीप पर कौवे नहीं पाए जाते हैं। यहां बिल्लियां-चूहे हैं।
तितली मछली लक्षद्वीप का राज्य पशु है। यहां कम से कम आधा दर्जन प्रजाति की तितली मछलियां मिलती हैं। लक्षद्वीप में सूटी टर्न राजकीय पक्षी और ब्रेड फ्रूट राजकीय पेड़ है।
लक्षद्वीप में दुनिया लुप्तप्राय साइरेनिया या 'समुद्री गाय' (Sea Cow) मिलती है। ये गाय दुनिया के किसी-किसी हिस्से या शायद ही कहीं मिलती है।